

कोलकाता: हर साल की तरह राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवादित ढांचे के विध्वंस की बरसी पर 6 दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस मेयो रोड स्थित गांधी प्रतिमा के पास 'संहति दिवस' मनाने जा रही है। चुनावी वर्ष होने के कारण इस कार्यक्रम को महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश के मंच के रूप में देखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। इससे पहले 4 नवंबर को राज्य में एसआईआर के लिए गणना प्रपत्र वितरित होने शुरू हुए थे। उस दिन 'एसआईआर आतंक' के विरोध में ममता और अभिषेक कोलकाता की सड़कों पर पैदल चले थे।
SIR को लेकर दोनों ने राष्ट्रीय चुनाव आयोग और भाजपा को निशाना बनाया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश मजुमदार ने बताया कि संहति दिवस का केंद्रीय कार्यक्रम हमेशा की तरह मेयो रोड पर होगा। हर साल इस आयोजन की जिम्मेदारी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ संभालता है, लेकिन इस बार युवा और छात्र संगठनों को जिम्मेदारी दी गयी है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार ममता बनर्जी 2011 से अधिकांश वर्षों में इस कार्यक्रम में शामिल होती रही हैं, हालांकि पिछले कुछ वर्षों में व्यस्तता के कारण वे उपस्थित नहीं हो पायी थीं। लेकिन इस बार चुनावी माहौल और राज्य में चल रहे SIR विवाद के बीच उनका और अभिषेक बनर्जी का शामिल होना राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विश्लेषकों का मानना है कि तृणमूल कांग्रेस सामाजिक सौहार्द, धर्मनिरपेक्षता और एकता के संदेश को व्यापक रूप से जनता तक पहुंचाना चाहती है। राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवादित ढांचे के विध्वंस की बरसी जैसे संवेदनशील दिन पर यह सभा आयोजित कर पार्टी समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे की आवश्यकता को रेखांकित करना चाहती है।
कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों और समुदायों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। प्रशासन और पुलिस ने भी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं, क्योंकि 9 दिसंबर को SIR की प्रारंभिक सूची जारी होगी। माना जा रहा है कि यह मंच कानून-व्यवस्था और सामाजिक एकता पर सरकार का स्पष्ट संदेश देने का अवसर बनेगा।