

सन्मार्ग संवाददाता
कमरहट्टी (उत्तर 24 परगना): कामरहाटी नगर पालिका के 27 नंबर वार्ड और उसके आस-पास के क्षेत्रों में पीलिया (Jaundice) का बड़ा प्रकोप सामने आने से स्थानीय निवासियों में भारी दहशत फैल गई है। हरिचरण चटर्जी स्ट्रीट, यदुनाथ रोड, एमएम फीडर रोड और जय किशन रोड सहित संलग्न इलाकों में 30 से अधिक लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं। अचानक इतनी बड़ी संख्या में लोगों के बीमार पड़ने से पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल है और नागरिक सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
दूषित जल आपूर्ति पर गंभीर आरोप :
पीलिया से प्रभावित परिवारों और स्थानीय निवासियों का सीधा आरोप नगर पालिका की जलापूर्ति व्यवस्था पर है। लोगों का कहना है कि पालिका द्वारा सप्लाई किए जा रहे टैंक के पानी से लंबे समय से असहनीय दुर्गंध आ रही थी। निवासियों का मानना है कि इसी दूषित और अशुद्ध पानी को पीने के कारण वे पीलिया जैसी जल-जनित बीमारी की चपेट में आए हैं। कई लोगों ने शिकायत की है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद जल की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप अब यह स्वास्थ्य संकट पैदा हुआ है।
पालिका ने शुरू की त्वरित कार्रवाई:
पीलिया के प्रकोप की सूचना मिलते ही नगर पालिका प्रशासन हरकत में आया और त्वरित कदम उठाए। पालिका की ओर से तत्काल वार्ड में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया है। इन शिविरों के जरिए लोगों को पीलिया के लक्षण, बचाव के उपाय और पानी को शुद्ध करके पीने के तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
इसके साथ ही, प्रभावित और आस-पास के क्षेत्रों में नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विभिन्न स्थानों पर पानी के नए टैंक भी उपलब्ध कराए गए हैं।
चेयरमैन ने दिया कार्रवाई का आश्वासन:
कामरहाटी नगर पालिका के चेयरमैन गोपाल साहा ने पूरे मामले पर बयान दिया है। उन्होंने स्वीकार किया कि स्थिति चिंताजनक है और पालिका इसे गंभीरता से ले रही है। चेयरमैन ने कहा कि आरोपों की सत्यता का पता लगाने और समस्या की जड़ तक पहुँचने के लिए पानी के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।
गोपाल साहा ने निवासियों को आश्वासन दिया है कि जाँच रिपोर्ट आने के बाद, पानी की आपूर्ति में कहाँ और क्या समस्या है, इसका पता लगाया जाएगा और उस परेशानी को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पालिका की प्राथमिकता अब प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सहायता प्रदान करना और क्षेत्र में जल्द से जल्द स्वच्छ जलापूर्ति सुनिश्चित करना है ताकि बीमारी को और फैलने से रोका जा सके।