
कोलकाता: दीघा में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में इस्तेमाल रथ को लेकर राज्य प्रशासन की ओर से बड़ा निर्णय लिया गया है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, रथ के पहिए बदले जाएंगे और उसमें एक स्टीयरिंग भी लगायी जाएगी ताकि रथ को और सुरक्षित तथा सुगम तरीके से चलाया जा सके। हाल ही में तटीय शहर दीघा में रथयात्रा के दौरान रथ के पहियों में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिससे रथ का संचालन प्रभावित हुआ और इस पर व्यापक बहस छिड़ गई थी। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस घटना से बेहद नाराज हुई थीं और उन्होंने इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप किया था। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद दीघा जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट ने यह अहम फैसला लिया है कि अब तीनों रथों के पहिए बदले जाएंगे और उनकी जगह अधिक मजबूत, टिकाऊ और आधुनिक तकनीक से युक्त पहिए लगाए जाएंगे। साथ ही, रथ में स्टीयरिंग लगाने का भी निर्णय लिया गया है ताकि मोड़ने और नियंत्रित करने की प्रक्रिया अधिक सहज और सुरक्षित हो।
क्यों लेना पड़ा निर्णय
सूत्रों के अनुसार, दीघा में रथयात्रा के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जगन्नाथ के रथ 'नंदीघोष' के पहिए खराब हो गए, जिससे रथ को ठीक से चलाने में काफी परेशानी हुई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना का संज्ञान लिया और पहियों की तत्काल मरम्मत का आदेश दिया। मरम्लेमत कर भी दी गयी लेकिन रथ के गंतव्य तक पहुंचने में काफी वक्त लग गया। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा एक वीडियो पोस्ट किए जाने के बाद इस पर विवाद खड़ा हो गया। सूत्रों के अनुसार इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंदिर ट्रस्ट को इस मामले का स्थायी समाधान खोजने का निर्देश दिया। मंदिर ट्रस्ट के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि इस बार चाहे जो हो, लेकिन अगले साल की रथयात्रा में किसी प्रकार की तकनीकी दिक्कत न हो, इसके लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। इंजीनियरों की टीम पहले ही रथ की जांच कर चुकी है और जल्द ही पहियों को बदलने का काम शुरू होगा। सभी रथों में गति के लिए एक विशेष स्टीयरिंग भी लगाई जाएगी। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने इस निर्णय का स्वागत किया है और आशा जताई है कि अगली रथयात्रा पहले से कहीं अधिक भव्य और व्यवस्थित होगी।