श्रीरामपुर के महेश में निकली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

प्रभु जगन्नाथ के भक्तों की उमड़ी भारी भीड़
श्रीरामपुर के महेश की 629 वीं रथयात्रा में उमड़ी भक्तों की भीड़
श्रीरामपुर के महेश की 629 वीं रथयात्रा में उमड़ी भक्तों की भीड़
Published on

हुगली : देश में पुरी की रथयात्रा के बाद दूसरा प्राचीन रथोत्सव हुगली श्रीरामपुर के महेश में होता है। शुक्रवार को श्रीरामपुर महेश की 629 वीं रथयात्रा निकाली गयी। भक्तों ने भारी उत्साह के साथ रथ खींचा। महेश जगन्नाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। मौके पर भारी संख्या में जिले के विभिन्न इलाके से भक्तों की भीड़ उमड़ी। वहीं चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। हुगली जिला प्रशासन काफी सतर्क रहा। पूरे उत्सव स्थल को जरूरत के मुताबिक बेरिकेड लगाकर सुरक्षित कर दिया गया था। मेडिकल कैम्प, एम्बुलेंस और दमकल मौजूद थे। रथ यात्रा में सांसद कल्याण बनर्जी, डीएम मुक्ता आर्य, एसडीओ शंभुदीप सरकार, चंदननगर पुलिस कमिश्नर अमित पी जवालगी, बांग्ला फिल्म की नायिका श्रावंती चट्टोपाध्याय, डीसी श्रीरामपुर अर्णब विश्वास, श्रीरामपुर पालिका के चेयरमैन गिरधारी साहा, रिसड़ा पालिका के चेयरमैन विजय सागर मिश्रा, चांपदानी के चेयरमैन सुरेश मिश्रा के अलावा उच्चस्तरीय पुलिस अधिकारी एवं कर्मी समेत अन्य गणमान्य मौजूद थे। बंडेल में इस्कॉन की रथ यात्रा युवा उद्यमी पल्लवी साव के नेतृत्व में रवीद्रनगर से केवटा मिलिट्री कॉलोनी तक निकाली गई। इस अवसर पर भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। चंदननगर की रथ यात्रा करीब 250 साल पुरानी है और लक्खीगंज बाजार से तालडांगा तक रथ खींचा गया। डीसी चंदननगर अलकनंदा भवाल पुलिस बल के साथ मौजूद थी। महेश मंदिर के अंदर से पूजा पाठ के लिए मंदिर के बाहर देव मूर्तियों को लाया गया था। पूजा पाठ के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी। खिचड़ी, खीर सहित छप्पन भोग भगवान जगन्नाथ को चढ़ाए गए। मार्टिन एंड बर्न नामक रेलवे लाइन तैयार करने वाली कंपनी ने 139 साल पहले यहां के रथ को लोहा से तैयार करके दिया था। रथ में घोड़ा और सारथी तांबा के बने हुए हैं। इस रथ के निर्माण में कोलकाता श्यामबाजार के जमींदार बसु परिवार ने सहयोग किया था। हुगली के बलागढ़ थाना अंतर्गत गुप्तीपाड़ा इलाक़े की रथ यात्रा बंगाल की प्रसिद्ध रथ यात्राओं में से एक है। चुंचुड़ा एसडीओ स्मिता सान्याल शुक्ला, पूर्व विधायक तथा जिला परिषद सदस्य असीम माझी, बांसबेड़िया नगरपालिका की वाइस चेयरपर्सन शिल्पी चटर्जी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। इस रथ उत्सव की शुरुआत 1740 में मधुसूदनन्द संप्रदाय में पीताम्बरानन्द ने की थी। इस वर्ष रथ यात्रा का 286 वां वर्ष है। यह रथ पारंपरिक वृंदावनचंद्र मठ के बगल में पूरे वर्ष टिन के शेड से ढका रहता है। इस रथ की चार मंजिलें हैं और यह लगभग 36 फीट ऊंचा, 34 फीट लंबा और 34 फीट चौड़ा। वृंदावन मंदिर से जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा रथ पर सवार होकर लगभग एक किलोमीटर दूर गोसाईगंज-बड़ाबाजार में अपनी मौसी के घर जाते हैं। गुप्तीपाड़ा रथ उत्सव में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। हुगली ग्रामीण पुलिस के अतिरिक्त एसपी कल्याण सरकार, डीएसपी क्राइम अभिजीत सिन्हा महापात्र, सीआई सौमेन विश्वास, थाना प्रभारी सोमदेव पात्र सहित अन्य अधिकारी तैनात रहे। सिंगुर में मंत्री बेचाराम मन्ना ने रथोत्सव पर रस्सी खींची। इस अवसर पर उनकी विधायक पत्नी डॉ करबी मन्ना और अन्य लोग उपस्थित थे। सप्तग्राम विधायक तपन दास गुप्ता, बांसबेड़िया नगरपालिका के चेयरमैन आदित्य नियोगी ने बांसबेडिया इलाके में रथ खींचा। जूट मिल कॉलोनी इलाके में साहेब बागान से शिवपुर मोड़ तक रथ खींचा गया। विधायक ने अपने विधनसभा क्षेत्र कई जगहों पर रथ खींचा। रथोत्सव स्थलों पर मेले का आयोजन किया गया है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in