Kolkata Metro: हावड़ा स्टेशन के बाद अब विक्टोरिया मेमोरियल के नीचे से गुजरेगी मेट्रो

Kolkata Metro: हावड़ा स्टेशन के बाद अब विक्टोरिया मेमोरियल के नीचे से गुजरेगी मेट्रो
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कोलकाता : विक्टोरिया मेमोरियल और फोर्ट विलियम की सुरक्षा को सामने रखते हुए एक बार फिर मेट्रो का निर्माण जमीन के नीचे किया जा रहा है। दरअसल विक्टोरिया मेट्रो स्टेशन जिसका निर्माण हावड़ा के बाद जमीन के नीचे किया जा रहा है। हालांकि इस परियोजना से पहले कई बाधाएं सामने आयी क्योंकि मेट्रो रेलवे को यह चिंता थी कि विक्टोरिया मेमोरियल व फोर्ट विलियम जो कि ईस्टर्न कंमाड का कार्यालय भी है। उनकी सुरक्षा पर किसी तरह की कोई आंच न आये। इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। क्योंकि देखा जाये देश में कई जगहों पर मेट्रो का निर्माण जमीन के उपर कियागया है। जिसमें खर्च कम और सुरक्षा अधिक होती है। मगर ऐसा करने से हेरीटेज को नुकसान पहुंच सकता था। इसलिए मेट्रो ने आईआईटी इंजीनियरों की सलाह से जमीन के नीचे मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू किया। माझेरहाट स्टेशन से आगे पर्पल लाइन के निर्माण कार्य को हाल के समय में बड़ा बढ़ावा मिला है। कोलकाता मेट्रो की पर्पल लाइन जोका से एस्प्लेनेड तक फैली हुई है, अब जोका से माझेरहाट तक चालू है। योजना के अनुसार इसे और आगे बढ़ाया जायेगा। साथ ही इसे ब्लू लाइन के साथ-साथ ग्रीन लाइन से भी जोड़ने का प्रयास किया गया है।
जमीन से 325 मीटर होगा मेट्रो 
विक्टोरिया स्टेशन की अगर बात की जाये तो इसका प्लेटफार्म 24.7 मीटर जमीन से नीचे होगा। इसके साथ ही मेट्रो पकड़ने के लिए यात्रियों को 325 मीटर नीचे जाना होगा। हाल ही में आरवीएनएल 170 मीटर डी वॉल का निर्माण करवाया है। वहीं गत 4 महीनों में 539 मीटर डी वॉल का निर्माण होगा। वहीं टनल के निर्माण से पहले लॉन्चिंग शाफ्ट के निर्माण की तैयारी का काम चल रहा है। इस लॉन्चिंग शाफ्ट की डी-वॉल का निर्माण खिदिरपुर के सेंट थॉमस स्कूल परिसर में 27 जून से शुरू हो गया है। इस डी-वॉल की लंबाई 65 मीटर होगी और यह निर्माण कार्य दो महीने के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
विक्टोरिया के साथ ये स्टेशन होंगे अंडरग्राउंड 
इसके तहत इस कॉरिडोर के मोमिनपुर (एक्सक्लूसिव) से एस्प्लेनेड तक का निर्माण कार्य उस दिशा में चल रहा है। इस खंड के निर्माण के लिए मेसर्स को कार्य आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है। मोमिनपुर के बाद यह खंड अंडरग्राउंड हो जाएगा और चार स्टेशन खिदिरपुर, विक्टोरिया, पार्क स्ट्रीट और एस्प्लेनेड अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे। ये सभी स्टेशन सभी यात्री सुविधाओं से परिपूर्ण अत्याधुनिक स्टेशन होंगे।
जमर्नी से लाये जा रहे हैं टनल 
कार्यकारी एजेंसी रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) इस हिस्से के लिए टनल खोदने के लिए जर्मनी से दो टनल बोरिंग मशीनें (टीबीएम) ला रही है। इन टीबीएम के जनवरी 2025 में कोलकाता पहुंचने की उम्मीद है और इसके बाद मार्च 2025 से टनल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके अलावा महेशतल्ला के सरकारपूल में कास्टिंग यार्ड में टनल सेक्शन की कास्टिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है। टनल में उपयोग किए जाने वाले प्रत्येक सेक्शन की चौड़ाई 1.40 मीटर है। 5.80 मीटर के आंतरिक व्यास और 1.40 मीटर की चौड़ाई वाली एक पूरी रिंग बनाने के लिए ऐसे छह सेक्शन की आवश्यकता होगी। टनल बनाने का काम शुरू होने से पहले इन सभी प्री-कास्ट सेक्शन को साइट पर लाया जाएगा।

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