भुवनेश्वर : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संविधान से ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ को हटाने का प्रयास कर रही है।
भाजपा के शासन में आदिवासी, दलित, महिलाएं और युवा सुरक्षित नहीं
खरगे ने यहां पार्टी के ‘संविधान बचाओ समावेश’ को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भाजपा के शासन में आदिवासी, दलित, महिलाएं और युवा सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का मिशन संविधान को बदलना है। खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने 2006 में गरीबों और आदिवासियों की रक्षा के लिए वन अधिकार अधिनियम पेश किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इस कानून को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि उद्योग के नाम पर भाजपा सरकार हर जगह जंगलों को नष्ट कर रही है, अगर दलित, आदिवासी और युवा अपने अधिकारों के लिए लड़ना नहीं सीखेंगे, तो वे उनका भी सफाया कर देंगे।
भाजपा सरकार ने 23 पीएसयू का निजीकरण किया
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार ने भारत में 160 सार्वजनिक उपक्रम स्थापित किये जबकि भाजपा सरकार ने उनमें से 23 का निजीकरण कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी कांग्रेस के समय की सार्वजनिक संपत्तियां अपने दोस्तों को बेच रहे हैं। उनका एक ही एजेंडा है - संविधान को नष्ट करना। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मतदाताओं से 400 से ज्यादा सीट जिताने का अनुरोध किया था ताकि वे संविधान बदल सकें। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा का ओडिशा और भुवनेश्वर के लिए कोई योगदान नहीं है।
भाजपा बिहार में भी चुनाव ‘चोरी करने' की फिराक में : राहुल
इसी कार्यक्रम में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर छिड़े विवाद के बीच लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी आगामी विधानसभा चुनाव को ‘चोरी’ करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ के घटक दलों ने भाजपा को बिहार विधानसभा चुनाव की ‘चोरी करने’ से रोकने का फैसला किया है। गौरतलब है कि बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
निर्वाचन आयोग भाजपा के हित में काम कर रहा
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग भाजपा के हित में काम कर रहा है और अपना कर्तव्य नहीं निभा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा पांच-छह पूंजीपतियों के लिए सरकार चलाती है। यह देश के आम लोगों के लिए काम नहीं करती।