

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
खड़दह : उत्तर 24 परगना के खरदह स्थित ईश्वरपुर में मंगलवार तड़के एक रंग बनाने वाली फैक्ट्री में लगी भीषण आग के बाद, बुधवार को भी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आ पाई है। रासायनिक पदार्थों के कारण लगी इस भयानक आग ने न सिर्फ रंग फैक्ट्री को अपनी चपेट में लिया, बल्कि बगल की गंजी (होजरी) फैक्ट्री को भी भारी नुकसान पहुंचाया था। मंगलवार को आग पर काबू पाने के लिए दमकल की कुल 20 गाड़ियां लगाई गई थीं।
बुधवार को भी दिखी 'पॉकेट फायर':
दमकल कर्मियों की अथक मेहनत के बावजूद, बुधवार को भी दोनों कारखानों के अंदरूनी हिस्सों में रुक-रुक कर 'पॉकेट फायर' (छोटी आग की लपटें या सुलगते हुए हिस्से) दिखाई देती रहीं। रासायनिक अवशेषों और अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री के कारण यह आग भीतर ही भीतर सुलग रही थी। इन सुलगते हिस्सों को पूरी तरह से बुझाने के लिए दमकल की 3 अतिरिक्त गाड़ियों को बुधवार को फिर से काम पर लगाया गया। दमकल कर्मी यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि आग पूरी तरह से शांत हो जाए, ताकि दोबारा किसी बड़े हादसे की आशंका न रहे।
भारी के नुकसान का अनुमान और आधिकारिक जांच:
हालांकि, अभी तक किसी मजदूर के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह भयावह आगजनी भारी वित्तीय नुकसान का कारण बनी है। रंग फैक्ट्री में रखे गए कीमती रसायनों और तैयार उत्पादों के साथ-साथ मशीनरी और गंजी फैक्ट्री के सामान को भी भारी क्षति पहुंची है।
फिलहाल, आग लगने के वास्तविक और आधिकारिक कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। फोरेंसिक विशेषज्ञ जल्द ही घटनास्थल का मुआयना करेंगे और आग लगने के कारणों (जैसे शॉर्ट सर्किट, रासायनिक अभिक्रिया या अन्य कारण) की वैज्ञानिक जांच करेंगे।
पूरे ईश्वरपुर इलाके में, जहाँ यह घटना हुई है, पुलिस की कड़ी नजर बनी हुई है। बैरकपुर के सीपी ने भी घटनास्थल का दौरा किया था। स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर अभी भी दहशत का माहौल है और वे जल्द से जल्द आग पर पूर्ण नियंत्रण और जांच पूरी होने की उम्मीद कर रहे हैं।