कमरहट्टी नगर पालिका का बड़ा फैसला

मच्छरों के खिलाफ जंग में सरकारी तेल के भरोसे नहीं, अब निजी फंड से होगी सुरक्षा
Kamrahhatti Municipality takes a major decision.
कमरहट्टी नगरपालिका की फोटो
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निधि, सन्मार्ग संवाददाता

कमरहट्टी : उत्तर 24 परगना जिले के औद्योगिक और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मच्छरों का आतंक एक गंभीर समस्या बनकर उभरा है। विशेष रूप से कमरहट्टी नगर पालिका क्षेत्र में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप ने नागरिकों का जीना मुहाल कर दिया है। स्थानीय लोगों की बढ़ती शिकायतों और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को देखते हुए कमरहट्टी नगर पालिका ने एक साहसिक और त्वरित निर्णय लिया है। अब नगर पालिका मच्छरों को मारने के लिए केवल सरकारी आपूर्ति पर निर्भर नहीं रहेगी, बल्कि अपने निजी कोष (Own Fund) से प्रभावी तेल खरीदेगी।

बोर्ड बैठक में पार्षदों ने जताई नाराजगी

हाल ही में आयोजित नगर पालिका की बोर्ड मीटिंग में मच्छरों की समस्या का मुद्दा छाया रहा। विभिन्न वार्डों के पार्षदों ने शिकायत की कि शाम ढलते ही इलाकों में मच्छरों के झुंड लोगों पर हमला कर देते हैं, जिससे न केवल बीमारियां फैलने का डर है, बल्कि लोगों का घरों में बैठना भी दूभर हो गया है। पार्षदों का आरोप था कि कचरा प्रबंधन और निकास नालियों की सफाई के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।

सुडा के तेल की गुणवत्ता पर सवाल

नगर पालिका के कचरा प्रबंधन विभाग (Conservancy) के सीआईसी सौमित्र पुतुटुंडू ने इस दौरान एक महत्वपूर्ण तकनीकी समस्या की ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि नगर पालिका नियमित रूप से 'सुडा' (स्टेट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी) द्वारा उपलब्ध कराए गए मच्छर नाशक तेल का छिड़काव कर रही है। हालांकि, जमीनी स्तर पर फीडबैक यह मिल रहा है कि इस तेल का छिड़काव करने के बाद भी मच्छरों के लार्वा नहीं मर रहे हैं।

पुतुटुंडू के अनुसार, "हमने इस समस्या के समाधान के लिए सुडा को औपचारिक पत्र लिखा है और उपलब्ध कराए गए तेल की गुणवत्ता की जांच (Lab Test) कराने की मांग की है। चूंकि सरकारी स्तर पर जांच और नई आपूर्ति में समय लग सकता है, इसलिए हम जनता को इस समस्या के बीच नहीं छोड़ सकते।"

चेयरमैन का त्वरित निर्णय: निजी फंड से होगी खरीदारी

बैठक में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कमरहट्टी नगर पालिका के चेयरमैन गोपाल साहा ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने निर्णय लिया कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए नगर पालिका अपनी निजी निधि का उपयोग करेगी ताकि बाजार से बेहतर और प्रभावशाली एंटी-लार्वा तेल खरीदा जा सके। चेयरमैन ने स्पष्ट किया कि मच्छरों के दमन के लिए किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

डेंगू नियंत्रण में सफलता और भावी योजना

सीआईसी सौमित्र पुतुटुंडू ने यह भी रेखांकित किया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस साल कमरहट्टी में डेंगू के मामलों में काफी कमी आई है, जो पालिका के नियमित अभियानों का परिणाम है। अब इस सफलता को बरकरार रखने के लिए नए सिरे से अभियान चलाया जाएगा।

पालिका की भावी कार्ययोजना:

  • सघन सफाई अभियान: वार्ड नंबर 1 से 7 जैसे समस्याग्रस्त इलाकों में खुले नालों की विशेष सफाई।

  • त्वरित छिड़काव: निजी फंड से खरीदे गए तेल का उन क्षेत्रों में तत्काल छिड़काव जहाँ प्रकोप अधिक है।

  • जन जागरूकता: रुके हुए पानी और कचरे के निपटान के प्रति नागरिकों को जागरूक करना।

नगर पालिका के इस कदम की स्थानीय निवासियों ने सराहना की है, क्योंकि इससे सरकारी प्रक्रियाओं की देरी के बिना समस्या का तत्काल समाधान होने की उम्मीद जगी है।

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