
सन्मार्ग संवाददाता
कलिम्पोंग : स्वच्छ बोंग अभियान के तहत बोंग ग्राम पंचायत की पहल के तहत ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले कामेसी वन ग्राम को सबसे स्वच्छ गांव घोषित किया गया है। यह उपलब्धि बोंग ग्राम पंचायत द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ बोंग, स्वच्छ बोंग अभियान के तहत हासिल की गई है। आयोजित एक विशेष समारोह के दौरान कलिम्पोंग-1 के प्रखंड विकास पदाधिकारी समीरुल इस्लाम ने औपचारिक रूप से कामेसी गांव को स्वच्छ गांव घोषित किया। कार्यक्रम में संयुक्त प्रखंड विकास पदाधिकारी बंदना शेरपा, राजीबुल, बोंग ग्राम पंचायत अध्यक्ष रेजिना लेप्चा, कालीबुंग-1 पंचायत समिति अध्यक्ष रोशन दहाल, सावित्री राय, ग्राम पंचायत सदस्य कमल राय, जानुका छेत्री, सकीला सुब्बा, नामगे मगर, काशिश छेत्री, ग्राम सचिव डोलमा शेरपा, ग्राम सहायक संजय लामा, भागोप्रमो 35 बोंग-दुरपीन समष्टि सचिव समर माइकल गुरुंग, वीबीडीसी टीम, स्वनिर्भर दल के प्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान उपयोग किए गए प्लास्टिक बैग एकत्र कर उसकी जगह कपड़े के थैले वितरित किए गए। साथ ही आयोग क्षेत्र के 110 घरों में डस्टबिन वितरित किए गए। इस दौरान स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए प्रतिभागियों ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने एवं गांव को स्वच्छ रखने का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी समीरुल इस्लाम, समिति अध्यक्ष रोशन दहाल, सामुदायिक सचिव समर माइकल गुरुंग एवं सदस्य कमल राय ने भाषण दिया। इस दौरान सदस्य कमल राय ने क्षेत्र की विभिन्न रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। ग्राम प्रधान रेजिना लेप्चा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कामेसी गांव की यह सफलता न केवल एक गांव बल्कि पूरे बोंग ग्राम पंचायत का गौरव है। प्रतिभागियों ने अभियान को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में स्थानीय स्तर पर दिखाई गई सक्रियता और प्रतिबद्धता ने बोंग क्षेत्र को आदर्श बना दिया है।