सन्मार्ग संवाददाता
नदिया : कालीगंज विधानसभा सीट के उपचुनाव की मतगणना चल ही रही थी कि तभी कालीगंज के मेलेंदी इलाके में की गयी बमबाजी में 13 साल की बच्ची तमन्ना खातून की मौत हो गयी। इस घटना को केंद्र कर पूरा इलाका उबल पड़ा। मतगणना के बीच हुई बमबाजी और मौत की घटना से उपजी परिस्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल ने वहां पहुंचकर कार्रवाई की। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तृणमूल की जीत का जश्न मनाते हुए कुछ तृणमूल समर्थक रैली निकालते हुए उक्त इलाके में पहुंचे थे। चूंकि इस इलाके में माकपा समर्थक ज्यादा हैं इस कारण ही यहां जुलूस निकाले जाने के दौरान माकपा समर्थकों के घरों को लक्ष्य कर बमबाजी की गयी। मृतका तमन्ना की मां ने आरोप लगाया कि वे लोग माकपा व कांग्रेस के समर्थक हैं, पार्टी स्तर पर सक्रिय नहीं है बावजूद इसके उन्हें लक्ष्य करके बम मारा गया जिससे उनकी इकलौती संतान की जान चली गयी। मृतका की मां ने कहा कि सुबह से ही माहौल थोड़ा अलग था और पटाखों की आवाज सुनी जा रही थी। यह देख उसकी बच्ची और उसे डर लगने लगा तो वह बेटी को लेकर घर की ओर ही आ रही थी तभी किसी ने लक्ष्य कर उन पर बम मार दिया। बम से बच्ची की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। उसने आरोप लगाया कि खुशी और उत्साह के जुलूस में कोई ऐसे बम नहीं मारता जिससे किसी जान चली जाये। उन्होंने मेरी गोद सूनी कर दी। शादी के 10 सालों बाद उन्हें तमन्ना के रूप में संतान मिली थी। बेटी एक मिनट के लिए उसकी आंखों से ओझल नहीं होती थी और उसकी आंखों के सामने ही उसने दम तोड़ दिया। उसका आरोप है तृणमूल समर्थकों ने ही उसकी बेटी की जान ले ली है। वह चाहती है कि ऐसा करने वालों को सजा मिले। तमन्ना चौथी कक्षा की छात्रा थी। घटनास्थल पर पहुंचे कृष्णानगर जिला पुलिस के एसपी अमरनाथ के ने कहा कि घटनास्थल का मुआयना किया गया है। मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्राथमिक अनुमान है कि बम से किशोरी की मृत्यु हुई है। फिलहाल पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। उप चुनाव के चुनाव परिणाम के दिन एक किशोरी की मृत्यु की इस घटना की भाजपा व अन्य विरोधी पार्टी के नेताओं ने कड़ी निंदा की है। भाजपा नेता जगन्नाथ चटर्जी ने कहा कि यह किस तरह की जीत का जश्न है जिसमें इस तरह बम फेंके जा रहे हैं। भाजपा की जीत पर अगर पटाखे फोड़े जाते हैं तो उन्हें ही बम कहा जाने लगता है और सत्ताधारी पार्टी के लोग ऐसे जश्न मनाते हैं कि लोगों की जान चली जाती है। चुनाव आयोग ने चौथी कक्षा की छात्रा की मौत को लेकर रिपोर्ट मांगी है। वहीं इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में पिकेट बैठाकर - परिस्थितियों पर नजर बनाये हुए है।