kali puja lighting

रोशनी में नहाया कोलकाता, मंदिरों में आस्था का ज्वार

कालीघाट मंदिर में भक्तों की भीड़, तारापीठ में मां तारा को चढ़ा भोग, रोशनी से जगमगाया दक्षिणेश्वर मंदिर, नैहाटी के बड़ो मां मंदिर में उमड़ा जनसैलाब, मंदिरों में देर रात तक भक्ति की गूंज और आरती
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सबिता, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : कालीपूजा और दीपावली की भक्ति और उत्साह से कोलकाता के साथ ही पूरा बंगाल सराबोर रहा। दीपावली की रात जहां पूरा शहर दीपों और रोशनी से जगमगा उठा वहीं कालीपूजा के अवसर पर कोलकाता के प्रमुख काली मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कालीपूजा आमतौर पर रात के समय की जाती है। इस कारण मंदिरों में देर रात तक विशेष अनुष्ठान, पूजन, भोग और आरती का आयोजन होता रहा। भक्तों ने पूरी श्रद्धा के साथ मां काली से अपने और सभी के कल्याण की प्रार्थना की। कालीघाट मंदिर, दक्षिणेश्वर मंदिर, लेक कालीबाड़ी, ठनठनिया काली मंदिर, बीरभूम के तारापीठ मंदिर, नैहाटी स्थित बड़ो मां मंदिर सहित विभिन्न काली मंदिरों में भक्तों ने पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। इस बार कालीघाट में स्काईवॉक के उद्घाटन के बाद यह पहली कालीपूजा थी, जिसके कारण श्रद्धालुओं की भीड़ विशेष रूप से अधिक रही।

पारंपरिक विधि से विशेष वरण

मां काली को पारंपरिक विधि से विशेष वरण करने के साथ ही आभूषणों से सुसज्जित किया गया। कालीपूजा के अवसर पर मां को विशेष भोग अर्पित करने की परंपरा रही है। इस वर्ष भी प्रसाद के रूप में भोग में सफेद चावल, घी चावल, खिचड़ी, पांच प्रकार के तले हुए व्यंजन, कढ़ी, चटनी, पकौड़े और मिठाइयां भोग के रूप में मां को चढ़ायी गयीं। तारापीठ मंदिर में विशेष भोग चढ़ाया गया। शाम होते ही मंदिरों में विशेष पूजा विधियों का पालन करते हुए आराधना शुरू हुई, जो देर रात तक चलती रही। भक्तों की आस्था और उत्साह ने पूरे शहर को भक्ति की भावना से ओत-प्रोत कर दिया।

सुरक्षा के बीच भक्तों का तांता

दक्षिणेश्वर मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ को संभालने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतारें मंदिर के बाहर लग गयी थीं। हर कोई मां काली के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आतुर था। पूरे मंदिर को रोशनी से जगमगाता रहा है। संध्या समय विशेष मंत्रोच्चार और आरती के साथ पूजा संपन्न हुई। नैहाटी के बड़ो मां मंदिर में भक्तों की भीड़ ऐसी थी मानो जनसैलाब उमड़ पड़ा। दूर दराज से लोग मां के दर्शन करने पहुंचे।

तारापीठ में हुआ विशेष अनुष्ठान

बीरभूम जिले में स्थित तारापीठ मंदिर में कालीपूजा के मौके पर विशेष अनुष्ठान किये गये। यहां भक्तों ने मां तारा को विशेष भोग अर्पित किया। भोग में खिचड़ी, तले हुए व्यंजन, कढ़ी, चटनी, मिठाइयाँ और अन्य पारंपरिक पकवान शामिल थे। शाम से देर रात तक यहां भक्तों की भीड़ लगी रही।

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