

सन्मार्ग संवाददाता
नागराकाटा : जनस्वास्थ्य एवं तकनीकी विभाग में नौकरी की मांग को लेकर एक युवक नागराकाटा प्रखंड विकास कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गया। धरने पर बैठे युवक का नाम कनखु मुंडा है। वह नागराकाटा चाय बागान के सुखनबाड़ी श्रमिक मोहल्ला इलाके का निवासी है। बुधवार को वह अपने परिवार और आसपास के लोगों के साथ मिलकर धरने पर बैठा। इस दौरान युवक ने बताया कि हमारे श्रमिक मोहल्ला इलाके में पेयजल आपूर्ति के लिए पंप हाउस और अन्य निर्माण कार्यों के लिए मैंने जमीन दान दी थी। मुझे वादा किया गया था कि उस पंप हाउस में मुझे काम दिया जाएगा। निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन जनस्वास्थ्य तकनीकी विभाग के अधिकारियों ने वादे के अनुसार मुझे काम नहीं दिया और भगतपुर चाय बागान के एक व्यक्ति को नियुक्त कर दिया। मैं इस नियुक्ति को स्वीकार नहीं करता। मेरी मांग है कि मुझे वादे के अनुसार नौकरी दी जाए। इस बारे में ब्लॉक प्रशासन सूत्रों से जानकारी मिली कि उक्त व्यक्ति ने भले ही धरना दिया हो, लेकिन उसने कोई लिखित आवेदन नहीं दिया है। हमने उन्हें कहा है कि वे लिखित में आवेदन दें। जैसे ही लिखित आवेदन मिलेगा, जांच कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस मुद्दे पर नागराकाटा पंचायत समिति के अध्यक्ष संजय कुजूर ने कहा कि जिस व्यक्ति ने पीएचई निर्माण के लिए जमीन दी है, उसे काम मिलना चाहिए था लेकिन सुनने में आया है कि वहां किसी और व्यक्ति को काम दिया गया है, जो सरासर अन्याय है। आज, काम न मिलने के कारण वह व्यक्ति इधर-उधर भटकने के बाद विवश होकर धरने पर बैठा है। यह हम सबके लिए शर्म की बात है। मैं चाहता हूं कि जिन्होंने भी इस मामले में गलती की है, वे उसे सुधारें और उस व्यक्ति को उसका उचित हक दिया जाए।