जम्मू-कश्मीर: उमर अब्दुल्ला बने जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री

जम्मू-कश्मीर: उमर अब्दुल्ला बने जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री
Published on

जम्मू-कश्मीर : उमर अब्दुल्ला ने 16 अक्टूबर को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समारोह में पांच मंत्रियों ने भी पद की शपथ ली। यह चुनाव 2019 में संविधान के आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनावों का परिणाम है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 90 विधानसभा सीटों में से 42 सीटें जीतीं। कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह उमर अब्दुल्ला की सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं होगी, लेकिन सरकार का समर्थन करेगी। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (JKPCC) के प्रमुख ने राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की है।

शपथ समारोह

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला को तथा पांच अन्य मंत्रियों को सुबह 11:30 बजे पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर राजनीतिक गलियारों में हलचल देखने को मिली, खासकर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति के कारण। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, अखिलेश यादव, प्रकाश करात, कनिमोई, और महबूबा मुफ्ती जैसे कई प्रमुख नेता इस समारोह में शामिल हुए।

नेकां के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि

शपथ ग्रहण समारोह से पहले, उमर अब्दुल्ला ने नेकां के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने वहाँ फूल चढ़ाकर अपने पूर्वजों के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। यह दिखाता है कि वह अपने राजनीतिक सफर में अपनी पारिवारिक विरासत को कितना महत्व देते हैं। उमर अब्दुल्ला, जो 54 वर्ष के हैं, ने इस अवसर पर पारंपरिक पठानी सूट और कोट पहना हुआ था, जो उनकी संस्कृति की पहचान को दर्शाता है। उनकी उपस्थिति और आचरण ने समारोह को और भी गरिमामय बना दिया। यह शपथ ग्रहण समारोह जम्मू-कश्मीर के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, और उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में लोगों को आशा है कि विकास, शांति, और समृद्धि की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in