नयी दिल्ली : भारत ने अफगानिस्तान से संबंधों को और सहज बनाने के लिए रविवार को काबुल और दिल्ली के बीच सीधी उड़ानों की संख्या बढ़ाने की ऐलान किया जबकि अफगानिस्तान ने वाघा बॉर्डर को खोलने का अनुरोध करते हुए कहा कि यह दोनों देशों के बीच सबसे तेज और आसान व्यापार रास्ता है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच व्यापार और अर्थव्यवस्था पर भी एक समझौता हुआ। अफगानिस्तान ने भारत को विशेष रूप से खनिज, कृषि और खेल क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। दोनों पक्षों ने चाबहार बंदरगाह पर भी चर्चा की।
रविवार को फिर की प्रेस कांफ्रेंस
भारत के 6 दिन के दौरे पर आये अफगान विदेशमंत्री आमिर खान मुत्तकी ने रविवार को यहां अपनी प्रेस कांफ्रेंस में भारत-अफगानिस्तान के बीच सीधी फ्लाइट को लेकर बताया कि भारतीय विदेशमंत्री एस जयशंकर ने काबुल और दिल्ली के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि भारत ने काबुल में अपने मिशन को दूतावास स्तर पर अपग्रेड करने की घोषणा की है, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संपर्क बढ़ेगा।
प्रेस कांफ्रेंस में महिला पत्रकारों नहीं बुलाया जाना ‘तकनीकी मामला’
अफगान विदेशमंत्री ने दो दिन पहले अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को निमंत्रण न दिये जाने के मुद्दे पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस एक शॉर्ट नोटिस पर बुलायी गयी थी और पत्रकारों की छोटी सी सूची तैयार हुई थी। भागीदारी वाली सूची ‘विशेष’ थी और यह एक तकनीकी मामला रहा। मुत्तकी ने स्पष्ट किया कि उनके सहयोगियों ने विशिष्ट पत्रकारों की सूची से निमंत्रण भेजने का फैसला किया था और इसके पीछे कोई अन्य इरादा नहीं था। उन्होंने अपने देश में महिलाओं की शिक्षा पर प्रतिबंध के मुद्दे पर भी बयान दिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल अफगानिस्तान में 1 करोड़ छात्र स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे हैं, जिनमें 28 लाख महिलाएं और लड़कियां शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा को धार्मिक रूप से हराम घोषित नहीं किया गया है बल्कि इसे अगले आदेश तक स्थगित किया गया है।
पाक के साथ संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं
पाकिस्तान के सवालों पर मुत्तकी ने उर्दू में जवाब दिया कि पाकिस्तानी जनता से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन कुछ लोग परेशानी पैदा करते हैं। गौरतलब है कि गुरुवार को काबुल में पाकिस्तानी हवाई हमले के बाद दोनों पक्षों के बीच फिर से संघर्ष शुरू हो गया है। तालिबान के एक प्रवक्ता ने काबुल में कहा कि अफगान बलों ने कई पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर कब्जा कर लिया है और संघर्ष में 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गयी।
मुत्तकी का आगरा दौरा रद्द
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुत्तकी का रविवार को होने वाला आगरा दौरा किन्हीं कारणों से रद्द हो गया है। मुत्तकी का आगरा में ताजमहल का दौरा क्यों रद्द हुआ, इसकी वजह पता नहीं चला पायी है। जिला प्रशासन के प्रोटोकॉल विभाग ने मुत्तकी के आगरा कार्यक्रम के रद्द होने की पुष्टि की है। मुत्तकी शनिवार को सहारनपुर के देवबंद स्थित मदरसा दारुल उलूम पहुंचे थे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया था।