सन्मार्ग संवाददाता
जयगांव : कहते हैं हौसलों में उड़ान हो तो मंजिल मिल ही जाती है, कड़ी मेहनत और कठिन परिश्रम से इंसान अपनी मंजिल पर पहुंच सकता है। अलीपुरदुआर जिले के जयगांव की युवती सुमनी राई ने यूजीसी सीएसआईआर नेट परीक्षा की जेआरएफ श्रेणी में पूरे भारत में 10वां रैंक हासिल किया है। सुमनी राई 99.50 प्रतिशत से सफलता हासिल किया। परिवार को अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व है। सुमनी राई आंध्र प्रदेश में काम कर रही थीं। वह वहां एक कॉलेज में लेक्चरर थी। लेकिन पढ़ाई की चाहत के चलते उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी और 2023 में अपने घर चली आई। उसके बाद उसने सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दिया। सुमनी राई को अपने तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली। इस बार वह पीएचडी करेंगी। सुमनी का विषय जीवविज्ञान था। हालांकि इन जीव विज्ञान विषयों में से उसे आणविक विज्ञान सबसे अधिक पसंद है। पता चला कि सुमनी राई ने जयगांव के एक निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई की। इसके बाद वह सिलीगुड़ी के एक कॉन्वेंट स्कूल में 12वीं कक्षा की पढ़ाई की। इसके बाद उसने आंध्र प्रदेश में कॉलेज और विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। 2021 में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह वहां एक कॉलेज में अतिथि व्याख्याता थी और उसके साथ वह सीएसआईआर नेट परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी। इस विषय पर सुमनी राई ने कहा कि नौकरी करते हुए इस परीक्षा की तैयारी करते समय मुझे बाधाओं का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए मैंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया और जयगांव चली आई, तीन प्रयासों के बाद मुझे सफलता मिली। मैं बस इतना जानती हूं कि खुद पर भरोसा रखना है। मालूम हो कि सीएसआईआर की दिसंबर 2024 परीक्षा के नतीजे शनिवार को जारी कर दिए गए। यहीं से सुमनी को अपनी सफलता मिली। सुमनी की मां सुधी राई ने कहा कि यह बात सभी को याद रहेगी कि जयगांव जैसे सीमावर्ती क्षेत्र की एक युवती पूरे भारत में दसवीं स्थान पर आई। उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी को देखकर इस छोटे से इलाके के बच्चे भी आगे आएं। मैं चाहती हूं कि बच्चे अच्छे से पढ़ें और अपने अभिभावक का नाम रोशन करें।