तेहरान/तेल अवीव : इजराइल और ईरान के बीच लड़ाई रोकने के उद्देश्य से ईरानी विदेशमंत्री और यूरोपीय अधिकारियों के बीच घंटों चली कूटनीतिक वार्ता विफल रही। ईरान ने शनिवार सुबह इजराइल की राजधानी तेल अवीव और होलोन शहर पर मिसाइल हमले किये। इससे कुछ इमारतों में आग लग गयी। इस बीच इजराइल ने ईरान के साथ जारी संघर्ष के 9वें दिन ईरान के एक और परमाणु विज्ञानी की हत्या कर दी है। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी के अनुसार विज्ञानी इसार तबातबाई-कमशेह और उनकी पत्नी की मौत शुक्रवार को तेहरान में एक अपार्टमेंट पर ड्रोन हमले में हुई थी।
ईरान को अमेरिका के साथ वार्ता करने में कोई रुचि नहीं
यूरोपीय मंत्रियों और ईरान के शीर्ष राजनयिक के बीच शुक्रवार को जिनेवा में चार घंटे तक बैठक हुई। ठीक इसी समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्ध में अमेरिकी सेना के हस्तक्षेप पर विचार कर रहे थे और परमाणु रिएक्टरों पर संभावित हमलों को लेकर चिंताएं बढ़ गयी थीं। यूरोपीय अधिकारियों ने भविष्य में वार्ता की आशा व्यक्त की जबकि ईरानी विदेशमंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि वे आगे भी वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजराइल की ओर से लगातार हमले किये जाने के कारण ईरान को अमेरिका के साथ वार्ता करने में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने मीडिया से कहा कि यदि हमले बंद हो जायें और हमलावर को उसके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाये तो ईरान कूटनीतिक कदमों पर विचार करने के लिए तैयार है। वार्ता के लिए कोई अगली तारीख तय नहीं की गयी है।
इजराइल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया!
इजराइल ने 13 जून को ईरान परमाणु और सैन्य ठिकानों, शीर्ष जनरलों और परमाणु विज्ञानियों को निशाना बनाकर हमले किये थे, जिसके जवाब में ईरान की ओर से हवाई हमले किये जाने के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ गया था। इजराइल 13 जून से अब तक 11 ईरानी परमाणु विज्ञानियों की हत्या कर चुका है। इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने शनिवार को ईरानी सेना के 3 कमांडरों और 4 जवानों को भी मारने का दावा किया है। इजराइली सेना के अनुमान के अनुसार ईरान ने इजराइल पर 450 मिसाइलें और 1,000 ड्रोन दागकर जवाबी कार्रवाई की है। सेना के अनुसार अधिकांश मिसाइलों और ड्रोन को इजराइल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया है हालांकि इन हमलों में इजराइल में कम से कम 24 लोग मारे गये हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।
इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन किया : चीन-रूस
इस बीच ईरान की हिफाजत के लिए रूस और चीन ने यूनाइटेड फ्रंट बनाने की घोषणा की है। सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सख्त संदेश भेजा गया है कि इजरायल की जिस लड़ाई में अमेरिका शामिल होने की कोशिश कर रहा है, उससे मध्य पूर्व एशिया में अशांति ही बढ़ेगी। गुरुवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई टेलीफोन पर बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने इजरायल की कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया है। जिनपिंग और पुतिन ने उस वक्त टेलीफोन पर बात की है जब डोनाल्ड ट्रंप ‘सुपारी किलर’ की तरह वर्ताव करते हुए ईरानी राष्ट्रपति की हत्या करने की धमकी दे चुके हैं। सीएनएन ने क्रेमलिन के हवाले से बताया है कि रूस और चीन के राष्ट्रपतियों ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान ईरान पर इजरायली हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।