

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : लिटिल अंडमान द्वीप में सुपारी बागानों में कीट संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए अंडमान एवं निकोबार प्रशासन के मुख्य सचिव के निर्देश पर एक उच्च स्तरीय टीम का गठन किया गया है। इस टीम का उद्देश्य केवल कीट संक्रमण का आकलन करना ही नहीं, बल्कि किसानों और पंचायत प्रतिनिधियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझना और विकास संबंधी मुद्दों पर सुझाव लेना भी है। इस टीम में सचिव (सहकारिता) एवं सहकारिता पंजीयक राजेश चोपड़ा, निदेशक (ग्रामीण विकास/पंचायत/पीआरआई) डॉ. अपूर्वा शर्मा, केवीके-सीआईएआरआई-एसवीपी के विशेषज्ञ मोहित (एसएमएस), और कृषि विभाग के सहायक निदेशक नवशक्ति शामिल थे। टीम ने हाल ही में वी.के.पुर, आर.के.पुर, रवींद्र नगर, नेताजी नगर और जनजातीय गांव हरमिंदर बे का दौरा किया।
पहले दिन टीम ने वी.के.पुर, आर.के.पुर और रवींद्र नगर गांवों के किसानों से मुलाकात की। वी.के.पुर में आयोजित सामुदायिक बैठक में प्रधान, पंचायत सदस्य और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। चर्चा के दौरान किसानों ने बताया कि कीट संक्रमण पिछले कई वर्षों से बना हुआ है, जिससे सुपारी की फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता प्रभावित हो रही है। टीम ने कीट नियंत्रण के तत्काल उपायों की आवश्यकता पर बल दिया और किसानों की चिंताओं को गंभीरता से सुना।
दूसरे दिन टीम ने जनजातीय क्षेत्र हरमिंदर बे का दौरा किया, जहां उन्होंने जनजातीय परिषद के सचिव एवं ग्राम कैप्टनों से मुलाकात की। स्थानीय प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि उनके क्षेत्र में कीट संक्रमण या रोग का कोई बड़ा प्रभाव नहीं है। वे रासायनिक खाद या कीटनाशकों का उपयोग नहीं करते और प्राकृतिक कृषि पद्धतियों से ही संतोषजनक उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं।
अंत में टीम नेताजी नगर गांव पहुंची और हटबे पंचायत समिति कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रमुख लिटिल अंडमान एस. परमनाथन ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से कीट नियंत्रण को लेकर निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों ने बैठक में उर्वरकों की समय पर आपूर्ति, कीटनाशकों की उपलब्धता और तकनीकी मार्गदर्शन की मांग उठाई।
टीम ने भरोसा दिलाया कि सीआईएआरआई और कृषि विभाग मिलकर एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करेंगे और आवश्यक दस्तावेजों के साथ समस्या के समाधान हेतु ठोस कदम उठाएंगे।