कोलकाता: आज बुधवार को देशभर की 10 ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलायी गयी देशव्यापी हड़ताल का तृणमूल कांग्रेस के मजदूर संगठन आईएनटीटीयूसी (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) ने स्पष्ट रूप से विरोध किया है। आईएनटीटीयूसी के वरिष्ठ नेता ऋतब्रत बनर्जी ने मंगलवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, हम पूरी तरह से हड़ताल और कार्य में ढिलाई जैसे किसी भी कदम के खिलाफ हैं। हम मानते हैं कि हड़ताल से श्रमिकों को कोई लाभ नहीं मिलता, बल्कि इससे केवल काम के दिन (मैनडे) बर्बाद होते हैं, जो हमारे सिद्धांतों के विरुद्ध है।
औद्योगिक कार्य और जनजीवन को बाधित नहीं करने की अपील
ऋतब्रत ने राज्य भर के सभी जिलों, कार्यालयों, कार्यस्थलों और स्थानीय क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों और सामान्य जनजीवन के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उद्योग, कार्यालय, परिवहन और सार्वजनिक सेवाएं किसी भी तरह से प्रभावित न हों। उन्होंने सभी संबंधित पक्षों को 'राष्ट्रवादी अभिवादन' के साथ संबोधित करते हुए कहा कि आईएनटीटीयूसी मजदूरों के अधिकारों की रक्षा में विश्वास रखती है, लेकिन हड़ताल जैसे विकल्प को समाधान नहीं मानती। यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने श्रम कानूनों, महंगाई और निजीकरण जैसे मुद्दों के खिलाफ बुधवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। आईएनटीटीयूसी का यह रुख हड़ताल के प्रभाव को सीमित कर सकता है, खासकर पश्चिम बंगाल में।