
कोलकाता : महानगर में सक्रिय अंतरराज्यीय कार चोर गिरोह का कोलकाता पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम मोहित कुमार, तुषार दत्ता, अविनाश सिंह और रघुवीर कुमार हैं। पुलिस ने इन्हें बिहार, झारखंड और कोलकाता के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर पकड़ा। अभियुक्तों की निशानदेही पर बिहार के सीतामढ़ी से चोरी गई कार को भी बरामद कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, 3 जून को हरिदेवपुर निवासी राजेश सिंह ने भवानीपुर थाने में अपनी कार चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कार चोरी का आरोप एक ऐप के माध्यम से किराए पर लिए गए ड्राइवर पर लगाया था। 2 जून को उन्होंने ड्राइवर का मोबाइल बंद पाया और फिर GPS ऐप के ज़रिए कार की लोकेशन ट्रैक की, जो आसनसोल में दिखाई दी। संदेह होने पर उन्होंने तुरंत थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जांच भवानीपुर थाने के ओसी बौद्धिसत्व प्रमाणिक के नेतृत्व में शुरू हुई। जांच के दौरान यह सामने आया कि ड्राइवर मोहित कुमार ने फर्जी पहचान पत्र का उपयोग कर गार्डेनिया होटल में ठहराव किया था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मोहित और उसके सहयोगी एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य हैं। इसके बाद पुलिस ने आसनसोल, जमशेदपुर समेत कई इलाकों में छापेमारी की। इस क्रम में झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले से मोहित कुमार को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तुषार दत्ता और अविनाश सिंह को भी गिरफ्तार किया। पूछताछ में इन दोनों ने बिहार के समस्तीपुर निवासी रघुवीर कुमार का नाम उजागर किया। इसके बाद रघुवीर को समस्तीपुर में ट्रेन के अंदर, रक्सौल साप्ताहिक एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सीतामढ़ी जिले के पुपरी इलाके में छापेमारी कर चोरी गई महिंद्रा स्कॉर्पियो को बरामद किया। वाहन पर बिहार नंबर प्लेट लगी थी, जो उसी मॉडल की दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की थी।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अभियुक्तों के खिलाफ छत्तीसगढ़, दिल्ली और बिहार में पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। सभी आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और आगे की जांच में इस गिरोह से जुड़ी और भी चोरियों का खुलासा हो सकता है।