

नई दिल्लीः नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि नए उड़ान शुल्क मानदंडों को स्थगित रखने सहित विभिन्न परिचालन उपायों से इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान को दूर करने में मदद मिलेगी और अगले तीन दिन में सेवाएं पूरी तरह बहाल होने की उम्मीद है।
नायडू ने बयान में कहा कि सरकार ने इंडिगो में व्यवधान के कारणों का पता लगाने और जवाबदेही तय करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच शुरू करने का भी निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ डीजीसीए के उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) आदेश तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिए गए हैं। हवाई सुरक्षा से समझौता किए बिना, यह निर्णय पूरी तरह से यात्रियों खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, मरीजों और अन्य लोगों के हित में लिया गया है जो आवश्यक जरूरतों के लिए समय पर हवाई यात्रा पर निर्भर हैं।’’ मंत्री ने कहा कि सामान्य हवाई सेवाएं यथाशीघ्र बहाल करने के लिए परिचालनात्मक उपाय शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन निर्देशों के तत्काल कार्यान्वयन के आधार पर, हम उम्मीद करते हैं कि उड़ान सेवाएं कल तक स्थिर एवं सामान्य हो जाएंगी। हमें उम्मीद है कि अगले तीन दिन में सेवाएं पूरी तरह बहाल हो जाएंगी। ’’
इंडिगो की आज 750 से अधिक उड़ानें रद्द
गौरतलब है एयरलाइन पायलटों की मासिक कार्य सूची से जुड़ी समस्याओं के कारण देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन पूरी तरह चरमरा गया है। शुक्रवार को 750 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं और कई यात्री हवाई अड्डों पर तीन दिनों तक फंसे हुए हैं। परेशानियों से तंग आकर कई हवाई अड्डों पर यात्रियों ने प्रदर्शन भी किया है। इधर इंडिगो ने एक बयान जारी कर कहा है कि आज सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द होने का अनुमान है। हम स्थिति में सुधार के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।
इंडिगो में उड़ान रद्द करने की वजह एफडीटीएल को माना जा रहा है। पायलटों के लिए मासिक कार्य सूची (रोस्टरिंग) का अर्थ है पायलटों को सरकारी नियमों (एफडीटीएल) के अनुसार ड्यूटी, आराम और साप्ताहिक विश्राम आवंटित करने की समय-सारणी बनाना।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डीजीसीए ने वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए इंडिगो को एफडीटीएल में कुछ समय के लिए छूट देने की घोषणा की है ताकि पायलट काम पर लौट सकें।