

दुबईः भारत ने रविवार को यहां एशिया कप अंडर-19 क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ हाथ नहीं मिलाने की नीति बरकरार रखी जिसमें कप्तान आयुष म्हात्रे की टीम ने 90 रन से जीत दर्ज की। म्हात्रे और पाकिस्तान के उनके समकक्ष फरहान यूसुफ ने यहां आईसीसी अकादमी मैदान में टॉस के दौरान एक-दूसरे की अनदेखी की।
जीत के लिए 241 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम 41.2 ओवर में 150 रन पर सिमट गई। मैच खत्म होने के बाद भी दोनों टीमों ने हाथ नहीं मिलाए। भारतीय खिलाड़ियों ने अंपायरों से हाथ मिलाया और मैदान से चले गए। पाकिस्तान ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 46.1 ओवर में 240 रन पर सिमट गई।
आईसीसी ने राजनीति नहीं करने को कहा था
हालांकि आईसीसी ने दोनों टीमों को जारी अपने आदेश में कहा था कि वे आईसीसी के प्रोटोकॉल को मानें और मैदान से राजनीति को दूर रखें। लेकिन ऐसा नहीं देखा गया। इधर बीसीसीआई के अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया है कि बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को किसी तरह का निर्देश जारी नहीं किया था। लेकिन खिलाड़ियों ने अपने स्तर पर यह फैसला किया कि वे पाकिस्तानी टीम के सदस्यों के साथ हाथ नहीं मिलायेंगे। टीम के प्रबंधन की तरफ से आईसीसी रेफरी को पहले ही यह बता दिया गया था।
एशिया कप से शुरू हुआ सिलसिला
गौरतलब है कि एशिया कप के दौरान टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस के दौरान पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया था। जब मैच खत्म हुआ तब भी भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बिना हाथ मिलाये मैदान के बाहर आ गये थे। इसे लेकर खासकर पाकिस्तानी टीम और क्रिकेट बोर्ड के साथ ही वहां के मीडिया द्वारा काफी हंगामा खड़ा किया गया था। यह जो सिलसिला शुरू हुआ था, वह महिला विश्वकप में भी दिखा जब महिला टीम की खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ मिलाने से मन कर दिया था। पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तानी भूमिका को लेकर भारतीय टीम ने हाथ नहीं मिलाने का फैसला किया था।
अगले विश्व कप में क्या होगा
एशिया कप से शुरू हाथ नहीं मिलाने का सिलसिला अब भी जारी है। अब देखना है कि अगले टी20 विश्व कप में जब भारत का मुकाबला श्रीलंका में पाकिस्तान के साथ होगा तो क्या दोनों टीमों के खिलाड़ी हाथ मिलाते हैं कि नहीं। हालांकि यह साफ दिख रहा है कि इसमें कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।