भारी भीड़ के बीच नियमों पर भला अमल कैसे हो ?

अलीपुर जू के प्रबंधकों का सबसे बड़ा सवाल
भारी भीड़ के बीच नियमों पर भला अमल कैसे हो ?
Munmun
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मुनमुन, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : दिसंबर का महीना शुरू होते ही अलीपुर जू में पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। ठंड की छुट्टियों का आनंद लेने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में लोग जू पहुंच रहे हैं, जिससे परिसर में चहल-पहल काफी बढ़ गई है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए अलीपुर जू प्रशासन ने सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं, लेकिन इसके बावजूद कई लोग नियमों का उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं। जू परिसर में कई वस्तुओं पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। इनमें खाने-पीने का सामान, प्लास्टिक की सामग्री, खेलकूद के उपकरण और धूम्रपान से जुड़ी वस्तुएं शामिल हैं। इसके बावजूद कुछ पर्यटक नियमों की अनदेखी करते हुए अंदर बैडमिंटन और अन्य खेल खेलते नजर आ रहे हैं। वहीं, कई जगह बच्चों और बड़ों द्वारा जानवरों को खाना खिलाने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, जबकि यह पूरी तरह प्रतिबंधित है।

पोस्टर लगे हैं, फिर भी नियमों की अनदेखी

अलीपुर जू के डायरेक्टर तृप्ति साह ने बताया कि स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी व्यक्ति जानवरों को न तो खाना खिलाए और न ही उन्हें परेशान करे। ऐसा करने से जानवरों के स्वास्थ्य और व्यवहार पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इसके अलावा टिकट काउंटर और प्रवेश द्वार पर प्रतिबंधित वस्तुओं की सूची वाले पोस्टर लगाए गये हैं। बावजूद इसके, कुछ लोग फोटो खींचने या मनोरंजन के नाम पर जानवरों को छेड़ते दिख रहे हैं, जो चिंता का विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि जू परिसर को पूरी तरह धूम्रपान मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है। इसके लिए चारों ओर पोस्टर और चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं, ताकि लोग सतर्क रहें। फिर भी कुछ लोग चोरी-छिपे धूम्रपान करते पाए जा रहे हैं, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि आग जैसी दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है।

साफ-सफाई के दावों पर पर्यटकों की लापरवाही भारी

जू परिसर में पर्यटकों द्वारा तरह-तरह के खेल खेले जाने से वातावरण में धूल का गुबार फैल रहा है। खुले मैदानों और रास्तों पर दौड़भाग के कारण न केवल परिसर की सुंदरता प्रभावित हो रही है, बल्कि वहां मौजूद अन्य पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही कई लोग जू में खाना खाने के बाद उसके रैपर, प्लेट और बोतलें इधर-उधर फेंक देते हैं, जिससे परिसर में गंदगी बढ़ती जा रही है। कूड़ा-कचरा फैलने से एक ओर पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, वहीं दूसरी ओर यह जानवरों के लिए भी खतरा बन सकता है। प्लास्टिक और खाद्य अपशिष्ट को जानवर गलती से निगल लें, तो उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। जू प्रशासन द्वारा स्वच्छता बनाए रखने के लिए जगह-जगह कूड़ेदान लगाए गए हैं और सफाईकर्मियों की तैनाती भी की गई है, लेकिन इसके बावजूद कुछ पर्यटक लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं।

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