हाई कोर्ट में देशबंधु चित्तरंजन दास की सौवीं पुण्यतिथि मनायी गई

हाई कोर्ट में देशबंधु चित्तरंजन दास की सौवीं पुण्यतिथि मनायी गई
हाई कोर्ट में देशबंधु चित्तरंजन दास की सौवीं पुण्यतिथि मनायी गई
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सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : हाई कोर्ट में सोमवार को देशबंधु चित्तरंजन दास की सौवीं पुण्यतिथि मनायी गई। इस मौके पर बी गेट के पास कॉरिडॉर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चीफ जस्टिस टी एस शिवंगनम सहित कई जजों और सीनियर एडवोकेटों ने देशबंधु चित्तरंजन दास की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। हाई कोर्ट के ऑडिटोरियम को उनके नाम करने का सुझाव चीफ जस्टिस को दिया गया।

चीफ जस्टिस ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब वे कक्षा पांच के छात्र थे तब उन्होंने पहली बार देशबंधु चित्तरंजन दास का नाम सुना था। उन्होंने उनकी भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हाई कोर्ट को इस बात का गौरव है कि उन्होंने इस कोर्ट में प्रैक्टिस किया था। चीफ जस्टिस ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस उन्हें अपना राजनीतिक गुरू मानते थे। उन्होंने कहा कि इस देश के लोगों ने उन्हें दीनबंधु की उपाधि दी थी। उन्होंने कहा कि अरविंद घोष के मामले में देशबंधु चित्तरंजन दास ने ही पैरवी की थी। चीफ जस्टिस के साथ ही जस्टिस तपब्रत चक्रवर्ती, जस्टिस अमृता सिन्हा, जस्टिस चैताली दास, जस्टिस शुभ्रा घोष और जस्टिस अनिरुद्ध राय, एडवोकेट जयंत मित्रा और एडवोकेट अनिंद्य मित्रा आदि ने माल्यार्पण किया। इस बाबत एक कमेटी बनायी गई है। एडवोकेट जयंत नारायण चटर्जी ने कार्यक्रम का संचालन किया।


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