गोपेश्वर : उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल श्री हेमकुंड साहिब के कपाट शुक्रवार को परंपरागत पूजा-पाठ और कीर्तन के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गये।
कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह 11 बजे शुरू हुई
चमोली जिले में समुद्र तल से 15200 हजार फुट की ऊंचाई पर हिमाच्छादित शिखरों के बीच सुरम्य बर्फानी झील के समीप स्थित गुरुद्वारे को बंद करने की प्रक्रिया सुबह 11 बजे शुरू हुई और उसके बाद पंरपरागत पाठ के बाद कपाट बंद कर दिये गये। पिछले कुछ दिनों से खराब मौसम के कारण श्री हेमकुंड साहिब और आसपास के इलाकों में ताजा बर्फ गिरी थी जिससे हेमकुंड तक पहुंचने वाला पैदल रास्ता अटलाकोटी तक बर्फ से ढक गया था और लोगों को आवागमन में दिक्कत आ रही थी।
कपाट बंद होने के मौके पर सैकड़ों श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे
इसके बावजूद कपाट बंद होने के मौके पर सैकड़ों श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे और वहां अरदास और पाठ में शिरकत कर मत्था टेका। इस अवसर हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ ही स्थानीय पुलिस प्रशासन के लोग भी मौजूद थे। इस साल श्री हेमकुंड साहिब के दर्शनों के लिए गुरुवार तक 2,72,423 श्रद्धालु पहुंचे जबकि पिछले साल कुल 1,83,722 तीर्थयात्रियों ने गुरुद्वारे में मत्था टेका था।