

देहरादून/रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड में केदारनाथ के पास रविवार को एक निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे उसमें सवार छह श्रद्धालुओं सहित सात लोगों की मौत हो गयी। नागर विमानन मंत्रालय ने इस हादसे के बाद उत्तराखंड के चारों धामों के लिए हेलिकॉप्टर सेवा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
खराब मौसम के कारण दृश्यता कम होने की वजह से हुआ हादसा!
रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यह दुर्घटना गौरीकुंड के जंगलों के ऊपर हुई। इस दुर्घटना में मरने वालों में पायलट और एक शिशु भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सुबह लगभग साढ़े पांच बजे ‘आर्यन एविएशन’ के हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी और अचानक यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रजवान ने बताया कि माना जा रहा है कि खराब मौसम के कारण दृश्यता कम होने की वजह से यह हादसा हुआ।
मृतकों में दो साल की बच्ची भी
रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हेलिकॉप्टर से संपर्क टूटने पर उसकी खोजबीन शुरू की गयी जिसके बाद दुर्घटना का पता चला। रुद्रप्रयाग जिले की पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान महाराष्ट्र निवासी राजकुमार सुरेश जायसवाल (41), उनकी पत्नी श्रद्धा जायसवाल (35) और बेटी काशी (2), उत्तर प्रदेश निवासी विनोद देवी (66) तथा तृष्टि सिंह (19) और केदारनाथ निवासी विक्रम एवं पायलट राजवीर सिंह चौहान के रूप में हुई है।
एक महीने में 3 हेलिकॉप्टर हादसे
इससे पहले गत आठ मई को उत्तरकाशी जिले में गंगोत्तरी धाम जा रहा एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें छह लोगों की मौत हो गयी थी। गत सात जून को भी केदारनाथ जा रहे एक हेलिकॉप्टर को उड़ान भरते ही तकनीकी खराबी आ जाने के कारण सड़क पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी जिसमें पायलट को चोटें आयीं थी लेकिन उसमें सवार पांच श्रद्धालु सुरक्षित बच गये थे। केदारनाथ में ही 17 मई को एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। लिकॉप्टर में तीन लोग पायलट, डॉक्टर और नर्स सवार थे। तीनों सुरक्षित बच गये थे। हादसा हेलिकॉप्टर की टेल बान टूटने से हुआ था।
एएआईबी करेगा विस्तृत जांच, दोनों पायलटों के लाइसेंस 6 महीने के लिए सस्पेंड
मुंबई से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार केदारनाथ क्षेत्र में रविवार को हुए उक्त हादसे बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से चार धाम यात्रा के लिए हेलि सेवा के संचालन को निलंबित कर दिया है। इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने सुरक्षा एहतियात के तौर पर 15 और 16 जून को क्षेत्र में चार्टर और शटल हेलिकॉप्टर परिचालन को निलंबित करने की घोषणा की थी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा विस्तृत जांच के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सकेगा। इस बीच ट्रांसभारत एविएशन के दो हेलिकॉप्टर - वीटी-टीबीसी, जिसके पायलट योगेश ग्रेवाल कमांड में थे और वीटी-टीबीएफ, जिसके पायलट जितेंद्र हरजाई पीआईसी थे, समान अनुपयुक्त मौसम स्थितियों में उड़ान भरते पाये गये। दोनों पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिये गये हैं।