कई राज्यों में कहर ढा रही गर्मी, तेलंगाना ने लू को आपदा घोषित किया

24 राज्यों में आंधी-तूफान और बारिश का अनुमान
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नयी दिल्ली : देश में उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई राज्यों में गर्मी कहर ढा रही है। मौसम विभाग ने तेलंगाना के 28 जिलों में कम से कम 15 दिन तक लू की आशंका जतायी है। इसे देखते हुए तेलंगाना सरकार ने लू को आपदा घोषित कर दिया है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी भीषण गर्मी और लू का दौर जारी है। दोनों राज्यों में कई जिलों में पारा 40 के पार बना हुआ है।

बारिश भी ढा रही कहर!

वहीं गर्मी के बीच मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल सहित देश के 24 राज्यों में आंधी-तूफान और बारिश का अनुमान जताया है। झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और बिहार में कई इलाकों में गुरुवार को भारी बारिश हुई। छत्तीसगढ़ में ओले और बिहार, पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गयी है।

राजस्थान के 17 जिलों में लू का अलर्ट

मौसम विभाग ने राजस्थान के जयपुर, जोधपुर सहित 17 जिलों में लू चलने की चेतावनी जारी की है। राज्य में 4 जिलों के लिए रेड अलर्ट है। इससे पहले बुधवार को जैसलमेर में दिन का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो 6 साल में अप्रैल का सर्वाधिक तापमान रहा। मध्य प्रदेश में भी बारिश के बाद गर्मी का असर बढ़ गया है। बुधवार को प्रदेश के 9 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। सबसे गर्म रतलाम रहा। जहां तापमान 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में भी बढ़ती तपिश महसूस की गयी।

जम्मू का मौसम अचानक बदला, आंधी से पेड़ उखड़े

जम्मू में बुधवार शाम मौसम अचानक बिगड़ गया। तेज हवाओं और बारिश की वजह से सिविल सेक्रेटेरिएट की चारदीवारी का एक हिस्सा गिर गया। कई वाहन दीवार के मलबे की चपेट में आ गये हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। इसके अलावा शहर में मोबाइल टावर, पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की भी खबर है। वहीं रामबन जिले में ओले गिरने से कुछ पशुओं की मौत हो गयी। ओले और बारिश के बाद भूस्खलन से राजौरी जिले के पास जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया।

हिमाचल में भारी बारिश और ओलावृष्टि, पेड़ गिरने से बच्चे की मौत

हिमाचल प्रदेश में भी विभिन्न हिस्सों में बुधवार को बादलों की गरज और बिजली की चमक के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे कई पेड़ उखड़ गये और बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी। राजधानी शिमला में करीब 10 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। आंधी-तूफान और ओलावृष्टि से पेड़ गिर गये, अस्थायी घरों की छतें उड़ गयीं और कई इलाकों में बिजली बाधित हो गयी। शिमला में कुछ वाहन पेड़ों के गिरने से उनके नीचे दब गये। यहां बिजली गुरुवार सुबह बहाल हो सकी।राज्य के बागवानी एवं राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण सेब और अन्य फलों की फसल को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि फसलों की नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

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