अप्रैल में ही आग बरसने लगी, श्रीनगर में गर्मी ने 80 साल का रिकॉर्ड टूटा बाड़मेर में पारा 45 के पार

25 राज्यों में आंधी-बारिश के आसार, बिहार, झारखंड, ओडिशा और मेघालय में यलो अलर्ट
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अप्रैल में बरस रही आग
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नयी दिल्ली : इस बार गर्मी ने अप्रैल में ही रिकार्ड तोड़ने का रिकार्ड बनाना शरू कर दिया है। राजस्थान का बाड़मेर लगातार दूसरे दिन देश में सबसे गर्म रहा जहां तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने बताया है कि मंगलवार का दिन जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के लिए गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ने वाला दिन रहा है। श्रीनगर में 80 साल में सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया जब शहर का तापमान सामान्य से 10.2 डिग्री लगभग तीन गुना ज्यादा रिकॉर्ड 30.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच। इसी के साथ ही मौसम विभाग ने देश के 25 राज्यों में आंधी-बारिश का अनुमान जताया है। बिहार, असम और ओडिशा में तेज बारिश की आशंका है। झारखंड, ओडिशा और मेघालय में ओले भी गिर सकते हैं।

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हरियाणा के गुरुग्राम में ड्यूटी के दौरान झुलसाती गर्मी का सामना करतीं पुलिस कर्मी -

तीन से चार दिन में तापमान में और बढ़ोतरी संभव

मौसम विभाग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में इससे पहले 20 अप्रैल, 1946 को सबसे ज्यादा तापमान 31.1 डिग्री दर्ज किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि 15 अप्रैल को कश्मीर घाटी के अलग-अलग इलाकों में तापमान सामान्य से 8.1 से 11.2 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं राजस्थान का बाड़मेर लगातार दूसरे दिन देश में सबसे गर्म रहा। जिले का तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों में तापमान में बढ़ोतरी होने का अनुमान जताया है।

ओलावृष्टि-तूफान का ऑरेंज अलर्ट

इधर हिमाचल में ओलावृष्टि-तूफान का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां के 4 जिलों में भारी बारिश भी हो सकती है। अगले 5 दिन राज्य में मौसम खराब बना रहेगा। हरियाणा में आज बूंदाबांदी की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी। बिहार के 22 जिलों में बारिश-आंधी का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार बिहार, असम और ओडिशा में तेज बारिश की आशंका बनी हुई है। इस बीच झारखंड, ओडिशा और मेघालय में ओले भी गिर सकते हैं।

इस साल मानसून सामान्य से बेहतर

मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि इस बार मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। मानसून के दौरान 104 से 110 फीसदी के बीच बारिश को सामान्य से बेहतर मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। इस साल जून से सितंबर के बीच 105% यानी 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। चार महीने के मानसून सीजन के लिए लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) 868.6 मिलीमीटर यानी 86.86 सेंटीमीटर होता है। यानी मानसून सीजन में कुल इतनी बारिश होनी चाहिए।

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