

सन्मार्ग संवाददाता
नागराकाटा : डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए नागराकाटा ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग ने 6,000 मच्छर प्रतिरोधी मच्छरदानियों का वितरण शुरू किया है। अकेले खेरकाटा गांव में ही 1,000 मच्छरदानियां वितरित की गई हैं। इसके अलावा बामनडांगा, टोंडू, केरन और केलाबाड़ी जैसे चाय बागानों में भी ये मच्छरदानियां वितरित की गयीं, क्योंकि इन क्षेत्रों में पहले मलेरिया के मरीज पाए गए थे। जो विशेष मच्छरदानियां वितरित की जा रही हैं, उनका तकनीकी नाम लॉन्ग लास्टिंग इंसेक्टिसाइडल नेट (एलएलआईएन) है। नागराकाटा के ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोल्ला इरफान हुसैन ने कहा कि सभी लोगों को यह बात समझाई जा रही है कि मच्छरदानी लगाकर सोना उनकी जीवनशैली का हिस्सा बन जाए। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के जलपाईगुड़ी जिला कीट वैज्ञानिक राहुल सरकार ने बताया कि जो मच्छरदानियां वितरित की जा रही हैं, वे कम से कम तीन वर्षों तक प्रभावी रहेंगी। सलाह दी जा रही है कि घरों में 24 घंटे मच्छरदानियां तनी रहें, ताकि अगर मच्छर मौजूद भी हों तो वे सोने के कमरे में प्रवेश न कर सकें। मच्छरदानी वितरण कार्यक्रम में ब्लॉक मलेरिया इंस्पेक्टर सजल सरकार समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी उपस्थित रहते हैं। उधर केरन चाय बागान में नागराकाटा पंचायत समिति के लोक निर्माण कर्माध्यक्ष प्रवीण सिंह झा ने मछरदानी वितरण करते हुए मलेरिया के विषय में लोगों को जागरूक किया। गौरतलब है कि हाल ही में नागराकाटा के चर्च लाइन इलाके से डेंगू के 4 मरीज पाए गए थे। इसके बाद उस क्षेत्र में मच्छरों की रोकथाम के लिए ब्लॉक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तेजी से काम शुरू किया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अब नागराकाटा ब्लॉक के किसी अन्य क्षेत्र से डेंगू संक्रमण की कोई नई खबर नहीं है।