
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता/नदिया : रानाघाट थाना के सब इंस्पेक्टर बेचन चंद्र मंडल, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी संजय मल्लिक व हैम रेडियो पश्चिम बंगाल क्लब के प्रयासों से अपने घरवालों से बिछड़ कर इधर-उधर भटक रहे बिहार के समस्तीपुर निवासी रोशन कुमार की आखिरकार घर वापसी हुई। मानसिक रूप से अस्वस्थ रोशन भटकते हुए नदिया के रानाघाट थाना इलाके में पहुंचा था। आरोप है कि शुक्रवार को इलाके के कुछ लोग उसे चोर समझकर पीट रहे थे जिसकी जानकारी पाकर पुलिस वहां पहुंच गयी। युवक की काफी पिटायी कर दी गयी थी। पुलिस अधिकारी बेचन ने जब मामले की जांच शुरू की तो पाया कि वह युवक मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसकी बोली से पता चला कि वह हिंदी भाषी है जिस पर उन्होंने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग व हैम रेडियो पश्चिम बंगाल क्लब के अधिकारी अंबरीष नाग विश्वास से संपर्क किया। अंबरीष नाग विश्वास ने बताया कि इस पर उन्होंने युवक की तस्वीर पुलिस से मंगाकर पूरे देश में हैम रेडियो की यूनिट में भेज दिया। खुशी की बात यह रही कि महज कुछ घंटों में उन्हें बिहार यूनिट से संपर्क किया गया और वहां की यूनिट ने रोशन के परिवार से रोशन का संपर्क करवाया। बेटे को देखकर मां अनिता देवी व रोशन के दोनों भाइयों की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे। अनिता देवी ने पुलिस व हैम रेडियो के अधिकारियों से कहा कि सबने कहा था कि रोशन मर गया है लेकिन उसे भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने अधिकारियों को धन्यवाद दिया। बताया गया है कि बिहार के समस्तीपुर कल्याणचक मिर्जापुर का निवासी 22 साल का रोशन गांव के ही कुछ युवकों के साथ ओडिशा में काम करने गया था। वहां से वापस लौटते समय रोशन कहीं खो गया। उन युवकों ने घरवालों को कहा था कि रोशन का मानसिक संतुलन बिगड़ गया था और वह अजीब ही हरकत कर रहा था। उसके परिवारवालों ने रोशन की हर जगह तलाश की थी और पुलिस में भी उसके लापता होने की शिकायत की थी हालांकि रोशन अपनी इस अवस्था में भटकते हुए नदिया के रानाघाट आ पहुंचा था जहां उक्त पुलिस अधिकारी ने उसकी अवस्था को देखा और आखिरकार उसकी घर वापसी करवायी।