कोलकाता : इस साल गत 22 जनवरी को राम मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद अब आगामी 17 अप्रैल को रामनवमी का उत्सव राज्य में काफी धूमधाम से मनाया जायेगा। इसमें विश्व हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समेत दक्षिणपंथी शाखा-संगठन शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि चूंकि इस साल लोगों के 500 वर्षों का सपना पूरा हुआ है और राम मंदिर की प्रतिष्ठा अयोध्या में हुई है, ऐसे में विहिप समेत सभी दक्षिणपंथी संगठनों को काफी धूमधाम से रामनवमी का उत्सव अपने-अपने राज्यों में मनाने के लिये कहा गया है। विश्व हिन्दू परिषद के नेता सचिन्द्रनाथ सिंघा ने सन्मार्ग को बताया, ‘रामनवमी के लिये अभी से तैयारी चालू कर दी गयी है। 9 अप्रैल से 23 तारीख तक राज्य भर में राम महोत्सव मनाया जायेगा।
लहराये जायेंगे भगवा झण्डे
सचिन्द्र नाथ सिंघा ने बताया कि आगामी 9 अप्रैल से नवरात्रि चालू हो रही है। ऐसे में इसी दिन से रामनवमी उत्सव की शुरुआत भी हो जायेगी और यह उत्सव 23 तारीख को हनुमान जयंती तक चलेगा। इस दौरान घरों से लेकर सड़कों और गलियों से लेकर मंदिरों तक में भगवा ध्वज लहराये जायेंगे। इस बीच, 14 तारीख को पोयला वैशाख है। ऐसे में 14 से 17 तारीख तक रामनवमी का कार्यक्रम चलेगा और फिर 17 से 23 तारीख तक हनुमान जयंती के तहत कार्यक्रम किये जायेंगे।
राज्य भर में 5,000 शोभायात्रा
रामनवमी के लिये राज्य भर में कार्यक्रम होंगे। इसके तहत 5,000 स्थानों पर बड़े पैमाने पर शोभायात्रा निकाली जायेगी। पुरुलिया, हावड़ा समेत उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में कई वर्षों से इस अवसर पर पारंपरिक शोभायात्राएं निकाली जाती हैं। 5,000 बड़ी शोभायात्रा के अलावा गांव और वार्ड के आधार पर हर मंदिर में कार्यक्रम किये जायेंगे। अभी से मंदिरों की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम चालू कर दिया गया है। वहीं हनुमान जयंती के दिन मंदिरों में हनुमान चालीसा पाठ करवाया जायेगा और पूजा-पाठ किया जायेगा। शस्त्र जुलूस काे लेकर सचिन्द्र नाथ ने कहा कि हमारी ओर से शस्त्र जुलूस का निर्देश नहीं दिया जाता है मगर कुछ अखाड़ों में ये पारंपरिक तौर पर निकाले जाते हैं।