
कोलकाता: बंद कल-कारखाना और चाय बागानों के श्रमिकों के लिए शुरू की गई 'फवलोई (बंद पड़े उद्योगों के श्रमिकों को वित्तीय सहायता) योजना' को अब और अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाने की दिशा में राज्य सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। जल्द ही एक नया डिजिटल पोर्टल लॉन्च किया जाएगा, जिसे राज्य की सरकारी आईटी कंपनी 'वेबेल' विकसित कर रही है। राज्य श्रम विभाग के अनुसार, इस पोर्टल के माध्यम से लॉकआउट, बंद या परित्यक्त उद्योगों के श्रमिक आसानी से सहायता के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। चाय बागानों के मामले में एक महीने के बंद रहने पर श्रमिक सहायता पाने के पात्र होंगे, जबकि अन्य उद्योगों में यह अवधि न्यूनतम छह महीने होगी। नई प्रणाली में, सूत्रों के अनुसार ऑनलाइन पंजीकरण, दस्तावेज सत्यापन, बैंक खातों में सीधे सहायता राशि का भुगतान, नए उद्योग और उपभोक्ताओं का समावेश और पात्रता समाप्त होने पर लाभार्थियों को हटाने की सुविधा होगी। यह पोर्टल राज्य सरकार के आईएफएमएस प्रणाली से भी जुड़ा रहेगा, जिससे सीधे बैंक हस्तांतरण संभव हो सकेगा। साथ ही इसमें एआई आधारित रिपोर्ट, साइबर सुरक्षा ऑडिट और डेटा ट्रांसफर की भी व्यवस्था होगी। इससे प्रक्रिया में पारदर्शिता और प्रशासनिक कार्य में तेजी आएगी।