

कोलकाता: बंगाल के प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी को लेकर राज्य प्रशासन एक्शन मोड में है। राज्य सचिवालय नवान्न में बुधवार को प्रवासी श्रमिकों को अन्य राज्यों से बंगाल वापस लाने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत ने की। इसमें राज्यसभा सांसद एवं प्रवासी श्रमिक कल्याण बोर्ड के चेयरमैन समीरुल इस्लाम, कोलकाता के मेयर एवं मंत्री फिरहाद हकीम, श्रम मंत्री मलय घटक और लीगल सेल के प्रतिनिधि मौजूद थे।
प्रवासी श्रमिकों का एक विस्तृत डाटाबेस तैयार करने का निर्देश
सूत्रों के अनुसार, मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित और शीघ्र घर वापसी के लिए सभी आवश्यक कदम तुरंत उठाए जाएं। साथ ही, राज्य लौटने वाले श्रमिकों के पुनर्वास और रोजगार के लिए श्रम विभाग को एक व्यापक कार्ययोजना (ब्लूप्रिंट) तैयार करने का आदेश दिया गया। सूत्रों के अनुसार, राज्य पुलिस को हेल्पलाइन के माध्यम से श्रमिकों से संपर्क बनाए रखने और प्रवासी श्रमिक कल्याण बोर्ड को समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, सभी प्रवासी श्रमिकों का एक विस्तृत डाटाबेस तैयार करने के अनौपचारिक निर्देश भी नवान्न से जारी हुए हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बोलपुर के गीतांजलि ऑडिटोरियम से श्रमिकों की वापसी को लेकर बड़ा संकेत दिया था। उन्होंने समीरुल इस्लाम को निर्देश दिया था कि जो श्रमिक घर लौटना चाहते हैं, उनके लिए तुरंत व्यवस्था की जाए। ममता ने भावुक अपील करते हुए कहा था, जहां प्यार नहीं है, वहां रहने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री के उस संदेश के बाद अब नवान्न ने सक्रियता दिखाते हुए बंगाल के श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।