

नई दिल्ली – बिहार में बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के लिए एक विशेष साइबर सेल बनाया जा रहा है। इसमें आईजी, डीआईजी, एसपी और डीएसपी के साथ-साथ इंस्पेक्टर, दारोगा और पुलिस पद के लिए तैनाती प्रकिया भी शुरू हो गई है। आपको बता दें कि पटना कोतवाली थाने के पास बिहार का पहला साइबर सेंटर बनाने की योजना है। इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके साथ ही पटना में चार साइबर थाने खोले जाने का प्रस्ताव भी है।
अब बिहार को मिलेंगे साइबर कमांडो
बिहार के एडीजी मुख्यालय से कुंदन कृष्णन ने बताया कि बिहार के पांच जिले पटना, शेखपुरा, नालंदा और जमुई को साइबर अपराध के हॉट स्पॉट के रूप में देखा जा रहा है। इसके लिए विज्ञान प्रयोगशाला का गठन किया गया है। इसकी मदद से इन मामलों की जांच की जा सकेगी। इसके अलावा पटना में अलग से एक हाइटेक कॉल सेंटर और ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित होगा। इन केंद्रों में 24 घंटे सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे साइबर अपराध से जुड़े मामलों पर तत्काल कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में साइबर कमांडो बनाने की भी तैयारी है। इस काम के लिए 176 पुलिस अधिकारियों का चयन विशेष परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा। इस परीक्षा को पास करने वाले अधिकारियों की विशेष ट्रेंनिग आईआईटी और एनआईटी में होगी। साइबर अपराध में सबसे अधिक वित्तीय मामले सामने आते हैं। इसके लिए खासतौर पर बैंक के एक अधिकारी की 24 घंटे सेंटर में तैनाती होगी।