खिदिरपुर ब्रिज को तोड़ कर फिर से बनाया जाएगा…..

खिदिरपुर ब्रिज को तोड़ कर फिर से बनाया जाएगा…..
Published on

कोलकाता : पोर्ट क्षेत्र स्थित बेहद अहम खिदिरपुर ब्रिज के लिए एक अच्छी खबर है। आखिरकार अब प्रशासन ने इस ब्रिज को नये रूप में तैयार करने के लिए पहल कर दी है। इसके लिए डीपीआर तैयार करने की भी हरी झंडी मिल गयी है। एचआरबीसी ने पहले ही इस ब्रिज को नये रूप में तैयार करने के लिए पहल की थी।

पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से इस दिशा में काम आगे बढ़ाने की उम्मीद है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खिदिरपुर ब्रिज को तोड़कर पूरी तरह से नया ब्रिज बनेगा। राइस को डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी दी गयी है। इसके बाद कितना खर्च आयेगा इसका इस्टीमेट तैयार करके नवान्न में भेजा जायेगा। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2025 में नये ब्रिज बनाने का काम शुरू हो सकता है।

ब्रिज के दोनों ओर लगे हैं कमजोर ब्रिज के बोर्ड : खिदिरपुर ब्रिज कमजोर ब्रिज है, इसका बोर्ड लगा दिया गया है। बाेर्ड पर लिखा गया है कि इस ब्रिज से गुजरते हुए बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वाहन का स्पीड भी कम रखना होगा। हेवी गुड्स व्हीकल जाने की अनुमति नहीं है। खिदिरपुर फ्लाईओवर के आधे से भी कम के बराबर में यह ब्रिज काफी पुराना है। ब्रिज के दोनों ओर यानी खिदिरपुर तथा हेस्टिंग की तरफ से वीक ब्रिज का बड़ा बोर्ड लगाया गया है। यहां से रोजाना भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं। इकबालपुर, मोमिनपुर, बेहला या फिर डायमंड हार्बर की ओर जाना होता है तो वे इसी ब्रिज से होकर जाते हैं। वहीं उधर से मटियाब्रुज, बीएनआर, बाबू बाजार से गाड़ियां जिन्हें धर्मतल्ला, एसएसकेएम, मां फ्लाईओवर, बाबू घाट, हावड़ा व अन्य गंतव्य के लिए जाना है वे इसी ब्रिज से गुजरती हैं। ऐसे में यह ब्रिज काफी अहम है।

कैसा होगा नया खिदिरपुर ब्रिज ?

खिदिरपुर और हेस्टिंग को जोड़ने वाले बेहद अहम खिदिरपुर ब्रिज को मुंशीगंज कैनल ब्रिज या आयरन ब्रिज कहा जाता है। कैनल के ऊपर स्थित खिदिरपुर ब्रिज का नया रूप कैसा होगा, यह अभी पूरी तरह तय नहीं हो पाया है। स्टील ब्रिज होगा या हैंगिंग केबल स्टे ब्रिज, इसे एक्सपर्ट की टीम चर्चा के बाद तय करेगी। जैसा कि हैंगिंग ब्रिज में खर्च अधिक आता है। सूत्रों का यह भी कहना है कि जैसा कि खिदिरपुर ब्रिज कैनल पर है, भविष्य को ध्यान में रखकर आगे फैसला लिया जा सकता है।

क्या कहना है अधिकारी का

पीडब्ल्यूडी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सन्मार्ग को बताया कि खिदिरपुर ब्रिज के लिए डीपीआर की जिम्मेदारी राइस को दी गयी है। हम आशावादी है कि 2025 से काम शुरू हो जाये। काफी समय से इस ब्रिज को नये रूप से बनाने के लिए काफी काम किया गया है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in