थाने का 'ओसी' बनकर ठगी: वृद्धा के सोने के गहने लेकर चंपत

बदले में थमाई नकली जूलरी और ईंट बारासात में त्योहार से पहले धोखाधड़ी, 36 ग्राम सोना गायब
Fraudster posing as police officer: Abducted old woman's gold jewellery
सांकेतिक फोटो
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निधि, सन्मार्ग संवाददाता

बारासात (उत्तर 24 परगना): काली पूजा से ठीक पहले बारासात में एक चौंकाने वाली ठगी की घटना सामने आई है। खुद को पुलिस स्टेशन का 'ओसी' (अधिकारी प्रभारी/बड़ा बाबू) बताकर एक शातिर व्यक्ति ने दिनदहाड़े एक बुजुर्ग महिला के कीमती सोने के गहने छीन लिए। इतना ही नहीं, उसने गहने लौटाने का नाटक करते हुए कागज के लिफाफे में नकली चूड़ियां और ईंट के टुकड़े भरकर महिला को थमा दिए और मौके से फरार हो गया।

पीड़ित वृद्धा ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

बारासात पालिका के 30 नंबर वार्ड में रहने वाली पीड़ित वृद्धा की पहचान शांति दास के रूप में हुई है। उन्होंने मंगलवार को इस संबंध में बारासात थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। शांति दास ने पुलिस को बताया कि यह घटना मंगलवार की है, जब वह अपनी गली की दुकान से कुछ घरेलू सामान लेकर लौट रही थीं। व्यस्त जेसोर रोड के पास, एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें रोका।

पुलिस 'ओसी' बनकर किया भयभीत

अज्ञात व्यक्ति ने तुरंत खुद को स्थानीय थाने का 'ओसी' (Officer-in-Charge) या 'बड़ा बाबू' बताया। पुलिस अधिकारी होने का रौब झाड़ते हुए उसने वृद्धा से सीधे सवाल किया कि त्योहारों के समय, जब सड़क पर अपराध की आशंका अधिक होती है, तब वह गले में सोने की चेन और हाथों में सोने की चूड़ियां पहनकर क्यों सड़क पर निकली हैं। वृद्ध महिला, जो पहले से ही थोड़ी डरी हुई थीं, इस सवाल से और भी भयभीत हो गईं।

शुरुआत में, वृद्धा ने अपने गहने उतारने से इनकार कर दिया। लेकिन ठग ने अपनी बात का वजन बढ़ाने के लिए एक नाटकीय चाल चली। उसने उसी समय सड़क से गुजर रहे एक अन्य युवक को रोका, उससे भी उसकी सोने की चेन उतरवाई और उसे कागज में लपेटकर युवक की जेब में रखवा दिया। यह सब देखकर वृद्धा ने विरोध करने की हिम्मत खो दी और पुलिस 'ओसी' के दबाव के आगे झुक गईं। उन्होंने तुरंत अपनी सोने की चेन और चूड़ी उतारकर उस व्यक्ति को दे दी।

हाथ की सफाई से असली गहने बदले

ठग ने सबके सामने विश्वास जीतने के लिए उन गहनों को एक लिफाफे में बंद किया और वृद्धा को यह कहते हुए लौटा दिया कि वह इसे घर जाकर खोलें। हालांकि, यह सब ठग के हाथ की सफाई थी, जिसके तहत उसने बड़ी चालाकी से असली सोने के गहने निकाल लिए और लिफाफे में नकली चूड़ियां और ईंट के टुकड़े भर दिए।

जब शांति दास घर पहुंचीं और लिफाफा खोला, तो उनके होश उड़ गए। करीब 36 ग्राम सोने के गहने गायब थे और उनकी जगह नकली चूड़ियां और ईंट के टुकड़े देखकर उन्हें पता चला कि वह एक बड़े धोखे का शिकार हो चुकी हैं। बारासात पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और अब पुलिस के नाम पर ठगी करने वाले इस शातिर अभियुक्त की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के अनजान व्यक्तियों पर भरोसा न करें और सतर्क रहें।

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