

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बेलघरिया : उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-9) पर बुधवार रात को एक भीषण सड़क हादसे ने चार होनहार मेडिकल छात्रों की जान ले ली। मृतकों में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बेलघरिया पूर्वपाड़ा इलाके का रहने वाला इंटर्न डॉक्टर छात्र अर्णब चक्रवर्ती भी शामिल है। अर्णब और उसके तीन सहपाठियों की मौत की खबर ने बेलघरिया में उनके परिवार और पूरे इलाके में मातम और स्तब्धता फैला दी है।
यह दुर्घटना उस समय हुई जब छात्रों की तेज रफ्तार कार ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले से ही खड़े एक ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर की भयावहता इतनी अधिक थी कि छात्रों की कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर मलबे में तब्दील हो गई। कार में सवार चारों छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने आधार कार्ड के माध्यम से मृतकों की पहचान की। ये सभी छात्र वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय के मेडिकल छात्र थे। मृतकों में अर्णब चक्रवर्ती (बेलघरिया), आयुष शर्मा, श्रेष्ठ पांचोली और सप्तर्षि दास (त्रिपुरा) शामिल थे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय के अधिकारी भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
पिता का सपना रह गया अधूरा
अर्णब चक्रवर्ती के निधन से उनके पिता अरुण चक्रवर्ती पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि अर्णब का इंटर्नशिप कोर्स आगामी जून महीने में खत्म होने वाला था। अर्णब घर लौटने की तैयारी कर रहा था और इसी खुशी में उसने धीरे-धीरे अपनी किताबें और अन्य सामान घर भेजना शुरू कर दिया था। पिता अरुण चक्रवर्ती अपने बेटे के लिए घर में नया कमरा बनवा रहे थे, ताकि लौटने के बाद वह आराम से रह सके।
दुःख व्यक्त करते हुए पिता ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि नियति उनके बेटे को इस तरह अचानक और निर्ममता से छीन लेगी। परिवार अब सिर्फ अपने बेटे के पार्थिव शरीर के घर आने का इंतजार कर रहा है।
अमरोहा पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और दुर्घटना के सही कारणों की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा और खड़ी गाड़ियों के कारण होने वाले हादसों की भयावहता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।