

पटियालाः भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी और 2015 में बहबल कलां तथा कोटकपुरा में हुई गोलीबारी के आरोपियों में से एक अमर सिंह चहल ने सोमवार को यहां कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। पुलिस के मुताबिक, उनकी हालत गंभीर है। जानकारी के मुताबिक पूर्व आईजी को छाती में गोली लगी है।
यह स्पष्ट नहीं है कि चहल ने किन परिस्थितियों में खुद को गोली मारी। हालांकि, पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिससे संकेत मिलता है कि वह किसी वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार हुए थे। मामले की विस्तृत जांच जारी है। पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वरुण शर्मा ने बताया, "गोली चलने की सूचना मिलते ही पुलिस दल उनके घर पहुंचा। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।"
गोलीबारी मामले में थे आरोपी
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के पद से सेवानिवृत्त हुए चहल 2015 में फरीदकोट के बहबल कलां और कोटकपुरा गोलीबारी मामलों में आरोपियों में से एक थे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एलके यादव के नेतृत्व वाली एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 24 फरवरी 2023 को फरीदकोट की एक अदालत में चहल के साथ-साथ कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
सुसाइट नोट में क्या लिखा है
मीडियो रिपोर्ट में चहल के सुसाइड नोट के संबंध में जानकारी सामने आयी है। नोट में चहल ने लिखा है कि वे हाल ही में IPS ग्रुप नाम के एक वॉट्सएप ग्रुप से जुड़े थे। वहां लोगों ने निवेश पर बहुत ज्यादा मुनाफा मिलने का लालच दिया। इस भरोसे में उन्होंने धीरे-धीरे बड़ी रकम लगा दी, लेकिन बाद में उन्हें समझ आया कि यह पूरा मामला ठगी का था। उन्होंने यह भी लिखा है कि इस रकम का बड़ा हिस्सा, करीब 7.5 करोड़ रुपए, उन्होंने अपने रिश्तेदारों और करीबी परिचितों से उधार लिया था। जिन लोगों ने उनकी मदद की थी, उनका कर्ज चुका न पाने की मजबूरी ने उन्हें गहरे मानसिक तनाव और पीड़ा में डाल दिया।