नयी दिल्ली : देश में मानसून के समय से पहले पहुंचने के बाद कई राज्यों में भारी बारिश ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मई में मानसून की दस्तक ने बारिश का नया रिकॉर्ड बना दिया है। नेपाल में बारिश से बिहार के किशनगंज जिले की नदियां उफान पर हैं। कनकई, बूढ़ी कनकई और मेची नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी के किनारे बसे निचले इलाकों में घुस गया है। इससे मक्का और सब्जी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गयी है। केरल में मानसून की बारिश के और तेज हो जाने से निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुसने के कारण सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। असम के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश के बीच गुवाहाटी में भूस्खलन के कारण कम से कम 5 लोगों की मौत हो गयी। लखीमपुर सहित राज्य के कई हिस्सों से बाढ़ की खबरें हैं।
भूस्खलन से कई घर मलबे में दब गये
मिजोरम के लॉन्ग्टलाई शहर में भूस्खलन के कारण पांच घर और एक होटल ढहने से कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। उधर सिक्किम में भारी बारिश के कारण थेंग और चुंगथांग इलाकों में भूस्खलन से कई घर मलबे में दब गये। मेघालय में शुक्रवार को तेज बारिश से पूर्वी खासी हिल्स जिले में भी भूस्खलन हुई। एक महिला की मौत हो गयी। एक व्यक्ति पानी में डूब गया। मावकिनरू ब्लॉक में पेड़ के नीचे दबने से 15 साल के लड़के की जान चली गयी।
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी
जम्मू-कश्मीर में शनिवार को बर्फबारी हुई। इसके चलते गुरेज-बांदीपुरा रोड और मुगल रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में तेज आंधी-बारिश का अलर्ट है। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों और टूरिस्ट को एडवाइजरी जारी की गयी है। मई में मानसून की दस्तक ने बारिश का नया रिकॉर्ड बना दिया है।