व्यवसायी पर जानलेवा हमले की गुत्थी सुलझी

विदेशी हथियारों और कारतूस के साथ 5 अपराधी गिरफ्तार
Five criminals arrested with foreign weapons and ammunition.
बरामद किये गये विदेशी हथियार REP
Published on

निधि, सन्मार्ग संवाददाता

नदिया: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के चापड़ा थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। व्यवसायी यासीन मंडल पर हुए जानलेवा हमले के मामले की जांच करते हुए पुलिस ने न केवल मुख्य आरोपियों को दबोच लिया है, बल्कि उनके पास से घातक विदेशी आग्नेयास्त्र भी बरामद किए हैं। इस कार्रवाई के बाद इलाके में सक्रिय आपराधिक सिंडिकेट के बीच हड़कंप मच गया है।

पैसे की वसूली के दौरान हुआ था हमला

घटना की शुरुआत लगभग सात दिन पहले हुई थी, जब चापड़ा थाना अंतर्गत हाटरा इलाके के निवासी व्यवसायी यासीन मंडल अपने व्यापारिक लेन-देन के बकाया पैसों की वसूली के लिए निकले थे। जैसे ही वह हाटरा इलाके में पहुंचे, वहां पहले से घात लगाए बैठे हथियारबंद अपराधियों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद शुरू होते ही अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया।

जब यासीन और उनके साथियों ने अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागने का प्रयास किया, तो बदमाशों ने पीछे से उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस खौफनाक हमले के दौरान एक गोली सीधे यासीन के हाथ में जा लगी। उन्हें खून से लथपथ हालत में तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पुलिस की सघन जांच और बरामदगी

यासीन मंडल द्वारा दर्ज कराई गई लिखित शिकायत के आधार पर चापड़ा थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और गुप्त सूचनाओं के आधार पर अब तक इस कांड में शामिल पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था।

पुलिस हिरासत में हुई कड़ी पूछताछ के बाद आरोपियों ने हथियार छिपाने की जगह का खुलासा किया। शनिवार को पुलिस की एक विशेष टीम आरोपियों को साथ लेकर हाटरा इलाके के विभिन्न गुप्त ठिकानों पर तलाशी अभियान (Search Operation) चलाने पहुंची। इस सघन छापेमारी के दौरान पुलिस ने 7 MM कैलिबर की दो उन्नत विदेशी मैगजीन और चार राउंड ताजी कारतूस बरामद किए।

बड़े सिंडिकेट की आशंका

पुलिस अब इस मामले के अंतरराष्ट्रीय या अंतरराज्यीय कड़ियों की जांच कर रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन अपराधियों के पास इतने उन्नत और विदेशी निर्मित हथियार कहाँ से आए? क्या इनके पीछे कोई बड़ा हथियारों का तस्कर गिरोह काम कर रहा है? पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह केवल एक मामूली विवाद नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश हो सकती है। फिलहाल, इस मामले में शामिल कुछ अन्य फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in