

सन्मार्ग संवाददाता
नयी दिल्ली/कोलकाता : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बी आर गवयी ने सोमवार को टिप्पणी करते हुए कहा कि अपनी राजनीतिक लड़ाई कहीं और लड़े, कोर्ट में नहीं। चीफ जस्टिस मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ दायर कंटेंप्ट के मामले की सुनवायी जस्टिस के विनोद चंद्रन के साथ कर रहे थें। चीफ जस्टिस ने इस मामले की सुनवायी चार सप्ताह के लिए टाल दी।
पीटिशनर की तरफ से पैरवी कर रहे सीनियर एडवोकेट मनिन्दर सिंह ने कहा कि कंटेंप्ट पीटिशन के बाबत एटॉर्नी जनरल की सहमति के लिए आवेदन दिया गया है। चीफ जस्टिस ने सवाल किया कि क्या आप को पक्का यकीन है कि सहमति मिल जाएगी। इसके बाद ही चीफ जस्टिस ने राजनीति वाली टिप्पणी की। फिलहाल चीफ जस्टिस ने इस मामले की सुनवायी चार सप्ताह के लिए टाले जाने का आदेश दिया। इस बाबत दायर पीटिशन के मुताबिक 25 हजार नौकरियां रद्द किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका हवाला देते हुए कई टिप्पणियां की थी। इन्हीं का हवाला देते हुए कंटेंप्ट का पीटिशन दायर किया गया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी टिप्पणी से कोर्ट की अवमानना हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसी को भी नौकरी लेेने का अधिकार नहीं है, चाहे वह कोई भी क्यों न हो। यह कहने के लिए आप मुझे जेल में डाल सकते हैं।