होली में बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी इलेक्ट्रॉनिक गन पिचकारी और कलर शूटर

बाजारों में हर्बल गुलाल की है ज्यादा मांग
बड़ाबाजार के दुकान पर पिचकारी लेकर खड़ा बालक
बड़ाबाजार के दुकान पर पिचकारी लेकर खड़ा बालक
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कोलकाता : रंगों का त्योहार होली आने में महज दो दिन रह गए हैं। ऐसे में महानगर के सभी बाजार रंग-बिरंगे गुलाल, तरह-तरह के खिलौने, मास्क, पिचकारी, गुब्बारों व अन्य समाग्री से पूरी तरह से सज गये हैं। वहीं बाजारों की सजावट लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। दुकनदारों के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल बाजार में काफी ज्यादा नया कलेक्शन आया है। इसमें कलर शूटर, मैजिक आइस, मैजिक ग्लास, इलेक्ट्रॉनिक गन, स्वीट 16 (शूटर), फ्रुट गुलाल व अन्य वैरायटी शामिल हैं। इसके अलावा पानी में घोलने वाले रंग अलग ही नजर आ रहे हैं। इस दौरान कपड़ों की दुकान में भी लोग खरीददारी करते नजर आ रहे हैं। वहीं एक बार फिर हर्बल गुलाल की ओर लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है, जिसकी वजह से बजारों में इसकी ज्यादा डिमांड देखी जा रही है। कुछ दुकानदारों के अनुसार आजकल लोग ऑनलाइन खरीददारी करना पसंद करते हैं इसलिए बाजारों में इसका असर देखा जा रहा है। इस बारे में जानकारी लेने सन्मार्ग की टीम लेक मार्केट पहुंची और लोगों से बातचीत की।

बाजारों में दिखा काफी ज्यादा नया कलेक्शन

इस साल बाजारों में काफी ज्यादा कलेक्शन देखा जा रहा है। बाजारों में कलर शूटर एक ऐसी मशीन आयी है जिसे जलाने पर 7 रंग दिखेंगे। हालांकि इसकी कीमत करीब 1200 से 1500 रुपये है। वहींं मैजिक आइस जो पानी में डालने से रंगों का बर्फ बन जाएगा। इसके अलावा स्वीट 16 (शूटर) है जिससे 16 तरह के रंग निकलेंगे और यह सिलसिला करीब एक घंटे तक जारी रहेगा। वहीं मैजिक ग्लास है जिसमें पानी डालने से रंग निकलेगा। हालांकि इसके अलावा इस बार इलेक्ट्रॉनिक गन पिचकारी बच्चों को अधिक आकर्षित कर रही है। बैटरी से चलने वाली यह पिचकारी 500 से 1800 रुपये तक में मिल रही है। इसके अलावा बाजार में अन्य तरह की कई वैरायटी उपलब्ध हैं। दुकानदार प्रकाश सोनकर ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल होली में इस तरह के आइटम के दाम 15 से 30 फीसदी बढ़ गये हैं।

बाजारों पर पड़ा 40% ऑनलाइन का असर

बड़ाबाजार के विक्रेता पप्पू सोनकर ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल बाजार काफी मंदा चल रहा है। हर साल कारोबार धीरे धीरे कम होता जा रहा है। हालांकि यह प्रक्रिया कोराना ने समय से ही शुरू हो गयी है। उस समय से लोग ऑनलाइन सामान लेना पसंद कर रहे हैं। इसकी वजह से बाजारों में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि वह दिन दूर नहीं है जब पूरी तरह से मार्केट ऑनलाइन का केंद्र बन जाएगा।

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