

काहिरा : मिस्र के पूर्व विदेश मंत्री के नेतृत्व में यहां आयोजित उच्चस्तरीय वार्ता में भारत के सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद से निपटने के लिए देश के ‘सैद्धांतिक रुख’ और ‘सामूहिक संकल्प’ को दोहराया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मिस्र के प्रमुख बुद्धिजीवियों, मीडिया क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों और विशेषज्ञों के साथ ‘कारगर’ बातचीत की।
यहां भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि मिस्त्र के पूर्व विदेश मंत्री नबील फहमी के नेतृत्व में आयोजित संवाद सत्र में प्रतिनिधिमंडल ने ‘आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के सैद्धांतिक रुख और सामूहिक संकल्प को दोहराया और मिस्र के निरंतर समर्थन का स्वागत किया।’ यह वार्ता प्रतिनिधिमंडल की मिस्र की दो दिवसीय यात्रा के दौरान की गतिविधियों का एक हिस्सा है जो उसके चार देशों की यात्रा का अंतिम पड़ाव है।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का मिस्र के प्रमुख मीडिया संस्थानों द्वारा साक्षात्कार भी लिया गया। समूह ने हेलियोपोलिस युद्ध स्मारक का भी दौरा किया और प्रथम तथा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ‘अपने प्राण न्योछावर करने वाले भारतीय सैनिकों’ को श्रद्धांजलि दी। दूतावास ने कहा, ‘यह स्मारक भारत और मिस्र के बीच साझा बलिदान और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है।’
इससे पहले दिन में प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री बद्र अब्देलती से मुलाकात की। अब्देलती ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काहिरा की एकजुटता दोहराई और आतंकवाद-रोधी कार्रवाई पर द्विपक्षीय सहयोग का स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल ने अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घीत से भी मुलाकात की और 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के व्यापक राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध पर चर्चा की।
सुले के अलावा प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी, अनुराग ठाकुर और वी मुरलीधरन, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और आनंद शर्मा, तेदेपा नेता एल. श्री कृष्ण देवरायलु, आम आदमी पार्टी के नेता विक्रमजीत सिंह साहनी और पूर्व राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन शामिल हैं।