

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : क्रिसमस के पावन अवसर पर प्रेम, करुणा और एकजुटता की भावना का एक प्रेरणादायी दृश्य संयुक्त प्रकाश यात्रा के दौरान देखने को मिला। विभिन्न चर्चों द्वारा आयोजित इस प्रकाश यात्रा का उद्देश्य समाज में शांति, आशा और भाईचारे का संदेश फैलाना था। इस अवसर पर टीएसजी चैरिटेबल फाउंडेशन ने निस्वार्थ सेवा के माध्यम से अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को साकार करते हुए मानवता की सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
जैसे-जैसे यह यात्रा प्रकाश और आशा का संदेश लेकर नगर की सड़कों से होकर आगे बढ़ती गई, टीएसजी चैरिटेबल फाउंडेशन ने हेड पोस्ट ऑफिस के सामने तीन स्टॉल स्थापित कर यात्रा में शामिल लोगों के प्रति अपनी सहभागिता और सद्भावना व्यक्त की। इन स्टॉलों के माध्यम से फाउंडेशन की ओर से श्रद्धा, स्नेह और आत्मीयता के साथ जलपान की व्यवस्था की गई, जिससे यात्रा में शामिल प्रतिभागियों को राहत और अपनापन महसूस हुआ।
टीएसजी चैरिटेबल फाउंडेशन के अध्यक्ष टीएसजी भास्कर के नेतृत्व में संपूर्ण टीएसजी परिवार और समर्पित स्वयंसेवक इस सेवा कार्य के लिए एकजुट हुए। मुस्कुराते चेहरों और खुले हृदय के साथ स्वयंसेवकों ने एक हजार से अधिक प्रतिभागियों को जलपान वितरित किया। हर आगंतुक का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और प्रत्येक “मेरी क्रिसमस” की शुभकामना में सच्चे प्रेम और सम्मान की झलक दिखाई दी। इस सेवा ने यह संदेश दिया कि क्रिसमस का वास्तविक अर्थ केवल उत्सव नहीं, बल्कि दूसरों की सेवा और सहयोग में निहित है।
यह विनम्र किंतु प्रभावशाली पहल प्रकाश यात्रा को मात्र एक धार्मिक आयोजन से आगे बढ़ाकर आत्मीय जुड़ाव और मानवीय संवेदना का एक यादगार क्षण बना गई। इस दौरान यीशु मसीह की शिक्षाओं—दया, विनम्रता और निस्वार्थ प्रेम—का जीवंत प्रतिबिंब देखने को मिला, जिसने उपस्थित सभी लोगों को गहराई से प्रभावित किया।
टीएसजी चैरिटेबल फाउंडेशन ने इस नेक कार्य के माध्यम से एक बार फिर यह सिद्ध किया कि मानवता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है। करुणा और प्रेम की यह ज्योति समाज में निरंतर प्रज्वलित रहे और भविष्य में भी ऐसे ही सेवा कार्यों के माध्यम से लोगों को प्रेरित करती रहे, यही सभी की कामना रही।