

पटना : बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र से जनता दल (यूनाइटेड)-जद (यू) के उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक अनंत सिंह को जन सुराज समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के मामले में रविवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में दो अन्य व्यक्तियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है। राजधानी पटना से करीब 200 किलोमीटर दूर बाढ़ स्थित आवास से अनंत सिंह को हिरासत में ले लिया गया। तीनों आरोपियों को दिन में अदालत में पेश करने के बाद इन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या है मामला : पुलिस के अनुसार, यादव की हत्या गुरुवार को पटना जिले के मोकामा क्षेत्र में हुई थी, जब वह जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के पक्ष में प्रचार कर रहे थे। यह घटना भदौर और घोसवरी थाना क्षेत्रों के बीच हुई थी। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ है कि यादव की मौत हृदय और फेफड़ों पर किसी कठोर और भारी वस्तु से प्रहार के कारण हुए शॉक से कार्डियोरेस्पिरेटरी फेल्योर के कारण हुई।‘इस आधार पर जांच से यह साबित होता है कि यह हत्या का मामला है। प्रारंभिक जांच में तीनों आरोपियों की मौजूदगी घटना स्थल पर पाई गई है। कई आपराधिक मामलों में नामजद और ‘स्थानीय दबंग’ माने जाने वाले अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी फिलहाल मोकामा से विधायक हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अनंत सिंह ने पहले माना था कि उनके समर्थकों और मृतक के बीच झड़प हुई थी, लेकिन उन्होंने इसका ठीकरा अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी सूरजभान सिंह पर फोड़ा, जिनकी पत्नी वीणा देवी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की प्रत्याशी हैं।
अनंत सिंह के प्रतिद्वंद्वी थे दुलार चंद यादव
दुलार चंद यादव, 1990 के दशक के कुख्यात अपराधी माने जाते थे और अनंत सिंह के प्रतिद्वंद्वी माने जाते थे। वह प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी से जुड़े पीयूष प्रियदर्शी का समर्थन कर रहे थे। राजद नेता और ‘इंडिया’ गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कार्रवाई पहले ही हो जानी चाहिए थी। बिहार में हर दिन हत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं, यही तो असली जंगलराज है। आज प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के लिए बिहार आ रहे हैं, लेकिन उन्हें यह सब नजर नहीं आता।’’