मिरिक का मान बढ़ाने वाले डॉक्टर प्रशांत बराइली बने क्षेत्र के पहले एमडी

डॉ. प्रशांत बराइली
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मिरिक : मिरिक क्षेत्र को गौरवान्वित करते हुए मरमा निवासी गणेश बराइली और लीना बराइली के सुपुत्र डॉ. प्रशांत बराइली ने सामुदायिक चिकित्सा में एमडी की उपाधि प्राप्त कर क्षेत्र में इतिहास रच दिया है। वे मिरिक क्षेत्र के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने इस विशेषता में एमडी की डिग्री हासिल की है। डॉ. बराइली ने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से एमडी की डिग्री प्राप्त की और अपने शोध कार्य को कुलपति डॉ. पी. व्हाट्स के साथ साझा किया, जो प्रख्यात विशेषज्ञ डॉ. जैन के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि से मिरिक सहित पूरे समुदाय में हर्ष और गर्व का माहौल है। इससे पहले डॉ. प्रशांत बराइली पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग में दो वर्षों तक बतौर चिकित्सा अधिकारी सेवा दे चुके हैं। इसके बाद उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली से नॉन-पीजी जीआर कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सा प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी के उपरांत उन्हें एमडी पाठ्यक्रम में प्रवेश मिला। डॉ. बराइली की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष और समर्पण का परिणाम है बल्कि यह मिरिक क्षेत्र के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गई है। क्षेत्रवासियों को विश्वास है कि डॉ. बराइली की यह सफलता आने वाली पीढ़ियों को उच्च शिक्षा और चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी।


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