सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : भारत रत्न डॉ. भीम राव आंबेडकर की 134वीं जयंती के उपलक्ष्य में खेल एवं युवा मामले विभाग, अंडमान एवं निकोबार प्रशासन द्वारा नेहरू युवा केंद्र, श्री विजयपुरम के सहयोग से एक भव्य एवं उत्साहपूर्ण ‘जय भीम पदयात्रा’ का आयोजन किया गया। शिक्षा निदेशालय के उप शिक्षा अधिकारी ज्ञान शील दुबे ने अधिकारियों एवं युवा नेताओं की उपस्थिति में मुख्य अतिथि के रूप में ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारक सेलुलर जेल से कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एनवाईकेएस, एनएसएस, एनसीसी एवं जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के 360 से अधिक उत्साही युवाओं ने पदयात्रा में भाग लिया। वे डॉ. भीम राव आंबेडकर के शक्तिशाली संदेश एवं शिक्षाओं को दर्शाते हुए, समानता, न्याय एवं संवैधानिक मूल्यों पर केंद्रित पोस्टर एवं तख्तियां लेकर पदयात्रा में शामिल हुए। पदयात्रा सेलुलर जेल- नारायण चौक- घंटाघर- बंगाली क्लब- एलआईसी बिल्डिंग से होते हुए आंबेडकर ऑडिटोरियम, एसवीपीएमसी में समाप्त हुई। समापन स्थल पर प्रतिभागियों और अधिकारियों ने डॉ. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और माल्यार्पण किया। इसी तरह की श्रद्धांजलि ऑडिटोरियम के अंदर बाबा साहब के चित्र पर भी अर्पित की गई। इसके बाद मुख्य अतिथि के नेतृत्व में भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया, जहां सभी प्रतिभागियों ने डॉ. आंबेडकर द्वारा निर्धारित संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने की शपथ ली। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने सभी युवाओं से डॉ. आंबेडकर के पदचिह्नों पर चलने और एक विकसित भारत- एक प्रगतिशील और समावेशी राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया, जो सभी के लिए शिक्षा, समानता और न्याय द्वारा सशक्त हो। एनवाईके के क्षेत्रीय समन्वयक एसआर विश्वास ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा और सभी सहयोगी विभागों, भाग लेने वाली संस्थाओं और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की।