

कोलकाताः परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नये बयान ने भारत के लिए चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान और चीन परमाणु बमों की टेस्टिंग कर रहे हैं। उनका बयान इसलिए काफी महत्वपूर्ण है कि भारत के दो शत्रु पड़ोसी देश परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ा रहे हैं जो भारत के लिए काफी चिंता की बात है।
परमाणु टेस्ट की नहीं देते जानकारी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा कि रूस और उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। यहां तक कि चीन और पाकिस्तान भी परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। लेकिन वे इसके बारे में कोई बात नहीं करते। ना ही इसकी जानकारी किसी से साझा कर रहे हैं। आप जानते हैं कि हम खुली सोसायटी में हैं। हम इसके बारे में बात करते हैं लेकिन उनका मीडिया उनके परमाणु परीक्षणों के बारे में कुछ नहीं लिखता है।
अमेरिका ने किया है परमाणु टेस्ट का फैसला
ट्रंप ने रूस, उत्तर कोरिया और चीन के परमाणु कार्यक्रमों को लेकर पहले भी चिंता जता चुके हैं। अपने इस ताजा बयान के पहले वह कह चुके हैं कि अमेरिका नये सिरे से परमाणु हथियारों का परीक्षण करेगा। अलबत्ता ट्रंप प्रशासन ने तो पेंटागन को परमाणु हथियारों के टेस्ट करने की तैयारी करने को आदेश भी जारी कर चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर अमेरिका परमाणु हथियारों का टेस्ट करता है तो यह उसके 33 सालों के बाद इस तरह का पहला परीक्षण होगा। अमेरिका ने आखिरी बार 2 सितंबर 1992 को परमाणु परीक्षण किया था।
भारत-पाक जंग को लेकर फिर किया दावा
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि वे परमाणु हथियारों के टेस्ट के बार में नहीं बताते हैं। वे भूमिगत टेस्ट करते हैं जिससे लोगों को नहीं पता चलता है कि कोई टेस्ट हो रहा है। केवल आप हल्का कंपन महसूस करते हैं। इस इंटरव्यू के दौरान एक बार फिर से ट्रंप ने दावा कि पिछले मई में भारत और पाकिस्तान परमाणु जंग के करीब थे। उन्होंने ऐसा नहीं होने दिया और लाखों की जान बचायी। अगर यह युद्ध होता तो बहुत बुरा होता है। ट्रंप ने एक बार फिर से यह भी कहा कि इस युद्ध के दौरान कई जगहों पर कई लड़ाकू विमान गिराये गये थे।
भारत की प्रतिक्रिया पर नजर
पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के परीक्षण किये जाने के संबंध में डोनाल्ड ट्रंप के ताजा बयान के बाद अभी तक भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी, लेकिन निश्चित रूप से भारत इस मामले को काफी गंभीरता से लेगा। भारत ने आखिरी बार 11 और 13 मई, 1998 को पोखरण में परीक्षण किया था। भारत के परीक्षण के कुछ दिनों के बाद ही पाकिस्तान ने भी परमाणु बमों का परीक्षण किया था।
कुछ समय पहले परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली स्टॉकहोम स्थित एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने बताया था कि भारत-पाकिस्तान से परमाणु हथियारों के मामले में आगे निकल चुका है। भारत के परमाणु हथियारों की संख्या बढ़कर 180 हो गयी है। जबकि पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं। पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के टेस्टिंग गुपचुप तरीके से जारी रखने के बाद क्या भारत भी नये सिरे से इस ओर कदम बढ़ायेगा, यह आने वाला समय ही बतायेगा।