नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच लगभग दो सालों से चल रहे युद्ध में एक बड़ी प्रगति हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि दोनों पक्षों ने उनकी शांति योजना के पहले चरण पर सहमति बना ली है। ट्रंप ने दो साल से जारी युद्ध में महीनों में मिली सबसे बड़ी सफलता की रूपरेखा की घोषणा की।
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इसका मतलब है कि सभी बंधकों को जल्द रिहा कर दिया जाएगा और इजराइल अपने सैनिकों को एक तय सीमा तक वापस बुला लेगा। यह एक मजबूत, टिकाऊ और स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम होगा। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर कहा कि ईश्वर की मदद से हम उन सभी को घर वापस लाएंगे।
इजराइली सैनिकों की वापसी होगी
हमास ने कहा कि इस समझौते से इजराइली सैनिकों की वापसी सुनिश्चित होगी और साथ ही सहायता सामग्री का प्रवेश और बंधकों एवं कैदियों की अदला-बदली भी सुनिश्चित होगी। इस घटनाक्रम से परिचित अधिकारियों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि हमास इस सप्ताह के अंत में सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा करने की योजना बना रहा है जबकि इजराइली सेना गाजा के अधिकतर हिस्से से वापसी शुरू कर देगी।
हालांकि, कई सवाल अब भी बने हुए हैं लेकिन दोनों पक्ष पिछले कई महीनों की तुलना में युद्ध को समाप्त करने के करीब पहुंच गए हैं। इस युद्ध में हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। गाजा का अधिकतर हिस्सा नष्ट हो गया है और इसने पश्चिम एशिया में अन्य सशस्त्र संघर्षों को जन्म दिया है।
दुनियाभर में युद्ध को लेकर हुआ था प्रदर्शन
इस युद्ध को लेकर दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन हुए और इजराइल पर नरसंहार के व्यापक आरोप लगाए गए, जिनका वह खंडन करता रहा है। इजराइल अलग-थलग पड़ गया है। प्रमुख पश्चिमी देशों द्वारा हाल में फिलिस्तीन को मान्यता देने के प्रयासों के बावजूद फिलिस्तीनियों का एक स्वतंत्र देश का सपना पहले से कहीं अधिक दूर दिखाई देता है।
मिस्र में ट्रंप समर्थित शांति योजना पर केंद्रित कई दिनों की वार्ता के बाद यह समझौता हुआ। डोनाल्ड ट्रंप को उम्मीद है कि इससे अंततः युद्ध का स्थायी अंत होगा और क्षेत्र में स्थायी शांति आएगी। शांति वार्ता के लिए शर्म अल-शेख में बुधवार को पश्चिम एशिया के मामलों के लिए ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ और राष्ट्रपति के दामाद जेरेड कुशनर का आगमन इस बात का संकेत था कि वार्ताकार युद्ध समाप्त करने की अमेरिकी योजना के सबसे कठिन मुद्दों पर गहराई से विचार करना चाहते थे। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी और नेतन्याहू के शीर्ष सलाहकार रॉन डर्मर भी इस वार्ता में मौजूद थे।
तबाह हो गया गाजा
युद्ध की शुरुआत सात अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले से हुई थी। जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इजराइल के जवाबी सैन्य हमले में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए, गाजा तबाह हो गया और वैश्विक राजनीति में उथल-पुथल मच गई। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में 67,000 से अधिक फिलिस्तीन मारे गए हैं और लगभग 170,000 घायल हुए हैं।
युद्ध शुरू होने के बाद से यह तीसरा युद्धविराम होगा। पहला युद्धविराम नवंबर 2023 में हुआ था। जिसमें 100 से अधिक बंधकों को फिलिस्तीन कैदियों के बदले रिहा किया गया था लेकिन युद्धविराम समझौता टिक नहीं पाया। दूसरी बार युद्धविराम उसी साल जनवरी और फरवरी में हुआ था। उस समय हमास ने लगभग 2,000 फिलिस्तीन कैदियों के बदले 25 इजराइली बंधकों को रिहा किया गया था और आठ अन्य के शव सौंपे थे। इजराइल की मार्च में एक अचानक बमबारी के साथ यह समझौता भी समाप्त हो गया था।