सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : आतिशबाजी में देशभक्ति की लहर धूम मचा रही है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पटाखों ने इस बार धमाल मचाया है। कोलकाता के बाजी बाजार में इस बार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम वाले पटाखों की धूम है। व्यापारियों ने बताया कि दिवाली और काली पूजा को देखते हुए इस बार हेलीकॉप्टर, ड्रोन और गोले के आकार वाले पटाखे बाजार में खूब छाए हुए हैं। दक्षिण भारत के शिवकाशी और पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के चंपाहाटी एवं नुंगी के पटाखा निर्माताओं ने रणनीतिक नामकरण और सैन्य डिजाइन वाले खास पटाखे बनाए हैं, जो आतिशबाजी के बाद आसमान में अलग ही समा बांध देंगे। टाला पार्क में ‘नॉर्थ डिविजन बाजी बाजार’ के अध्यक्ष मिलन दत्ता ने बताया कि ‘हेलीकॉप्टर और ड्रोन के आकार के पटाखे, मिसाइल जैसे गोले, राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों को अपने पंखों में उकेरे ‘मोर’ इस साल के नए आविष्कार हैं और हर ग्राहक पारंपरिक वस्तुओं जैसे फुलझड़ियां, रॉकेट आदि के साथ-साथ इन उत्पादों को खरीदने में भी काफी रुचि दिखा रहा है।’
मुख्य बातें
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पटाखों ने मचाया धमाल
‘बाजी बाजार' में देशभक्ति वाले पटाखों की धूम
पटाखे के स्टॉल पर हर दिन 50,000 रुपये तक की बिक्री
सभी पटाखे मानकों का पालन करते हैं
पटाखा निर्माताओं की शीर्ष संस्था पश्चिम बंग आतिशबाजी उन्नयन समिति के सचिव बाबला रॉय ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के थीम वाले पटाखों की मांग जोरों पर है। दत्ता ने दावा किया कि सभी पटाखे राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी) के मानकों का पालन करते हैं। उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर से जब ‘बाजी बाजार’ खुला तो उनके पटाखे के स्टॉल पर हर दिन 40,000 से 50,000 रुपये की बिक्री हुई। उन्होंने कहा,‘हेलीकॉप्टर’, ‘ड्रैगनफ्लाई धूमकेतु’, ‘मोर’ से लेकर ‘शंख’, तक युवा ग्राहक इन उत्पादों को खूब पसंद कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि काली पूजा और दिवाली के दिनों में बिक्री बढ़ जाएगी।’ जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ढांचों पर सटीक हमले किए थे। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।