

सन्मार्ग संवाददाता
कमरहट्टी: कमरहट्टी नगरपालिका क्षेत्र में स्वास्थ्य संकट और नागरिक सुविधाओं की दयनीय स्थिति को लेकर सोमवार को सियासी पारा गरमा गया। नगरपालिका के 10 नंबर वार्ड में जलजनित पीलिया (जॉन्डिस) के बड़े पैमाने पर फैलने और दक्षिणेश्वर-आड़ीदह क्षेत्र की सड़कों की बदहाली के विरोध में सीपीआईएम (CPIM) ने नगरपालिका मुख्यालय के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
एक वार्ड में 30 से अधिक पीलिया के मामले
विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण कमरहट्टी पालिका के वार्ड नंबर 10 में पिछले लगभग एक महीने से स्वास्थ्य संकट का गहराना है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, इस एक ही वार्ड में 30 से अधिक लोग जॉन्डिस (पीलिया रोग) से पीड़ित पाए गए हैं, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल है। यह आशंका भी जताई गई है कि कुछ लोग डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से भी संक्रमित हुए हैं। पीलिया से पीड़ित कई लोगों को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है, जबकि शेष लोग घरों में ही इलाज करा रहे हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह संक्रमण दूषित पानी पीने के कारण फैला है, जिसने पालिका की जलापूर्ति और स्वच्छता व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
सड़कें और जल निकासी व्यवस्था बदहाल
स्वास्थ्य संकट के अलावा, सीपीआईएम ने दक्षिणेश्वर-आड़ीदह क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं की कमी पर भी अपना गुस्सा जाहिर किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इलाके की कई महत्वपूर्ण सड़कें पूरी तरह से जर्जर और दयनीय अवस्था में हैं। इन सड़कों की मरम्मत न होने के कारण हल्की बारिश में भी कई इलाकों में व्यापक रूप से जलजमाव हो जाता है। इस जमा हुए गंदे और सड़े हुए पानी से होकर ही स्थानीय लोगों को अपने दैनिक कार्यों के लिए बाहर निकलना पड़ता है, जिससे जलजनित बीमारियों का खतरा और बढ़ जाता है।
सीपीआईएम ने सौंपा ज्ञापन
इन गंभीर समस्याओं को लेकर, सीपीआईएम दक्षिणेश्वर-आड़ीदह एरिया कमेटी ने सोमवार को कमरहट्टी नगरपालिका भवन के सामने एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। प्रदर्शनकारी पालिका प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन के बाद, कमेटी के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर नगरपालिका के चेयरमैन गोपाल साहा से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल में एरिया कमेटी सचिव अमिय चक्रवर्ती के साथ सोनाली दास शर्मा, विश्वेश्वर भट्टाचार्य और स्वपन बनर्जी शामिल थे। उन्होंने चेयरमैन को जर्जर सड़कों, पीलिया के प्रकोप को नियंत्रित करने और विशेष रूप से इलाके की कमजोर जल निकासी व्यवस्था, जैसे कि दातिया खाल में कचरे के कारण जल निकासी में आ रही बाधा को दूर करने की मांग की।
चेयरमैन ने दिया आश्वासन
पालिका चेयरमैन गोपाल साहा ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि परिस्थितियां नियंत्रण में हैं। उन्होंने दावा किया कि नगरपालिका समस्याओं को ठीक करने के लिए कदम उठा रही है और जहां भी आवश्यकता है, वहां सुधार कार्य किए जा रहे हैं।
हालांकि, सीपीआईएम ने कहा है कि वे पालिका के आश्वासन पर कड़ी नजर रखेंगे और यदि जल्द ही समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं होता है, तो वे एक बार फिर बड़े आंदोलन की ओर बढ़ सकते हैं। स्थानीय जनता भी अब यह देखने का इंतजार कर रही है कि पालिका प्रशासन इन गंभीर स्वास्थ्य और नागरिक समस्याओं को कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से दूर कर पाता है।